गोरखपुर: 1500 रुपये के विवाद में मां-बेटे-बहन की दर्दनाक मौत.

 

Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां एक ही परिवार के तीन लोगों ने महज 1500 रूपये के लिए जान दे दी. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.

हे राम, क्या जमाना आ गया है...! 3 लोगों की जान, वो भी 1500 रूपये के लिए?गोरखपुर में 1500 रूपये के लिए एक ही परिवार के तीन लोगों ने दी जान.(Image Credit- AI)

हाइलाइट्स

  • 1500 रुपये के लिए गई तीन जानें
  • एक ही परिवार के तीन लोगों ने दी जान
  • मोबाइल के लिए मांगे पैसे

गोरखपुर: छोटी-मोटी बातों को लेकर विवाद हर परिवार में होता है, लेकिन क्या हो अगर ये छोटा सा विवाद किसी व्यक्ति की जान ले बैठे? दरअसल, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आई एक दर्दनाक खबर ने पूरे जिले को ही नहीं, पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है. जहां महज 1500 रुपये के लिए कुछ ऐसा कदम उठाया जिसे सुन आप अपना माथा पकड़ लेंगे. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.

दरअसल, मामला गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र का है. 18 साल का मोहित कनोजिया मुंबई में रहता था और कपड़े धोने का काम करता था और अपनी मां के साथ बहनों की आर्थिक मदद करता था. घर लौटने के दस दिन बाद उसने अपनी मां कौशल्या देवी से 1500 रुपये मांगे ताकि वह अपना खराब मोबाइल ठीक करवा सके. लेकिन उसकी मां ने पैसे देने से इनकार कर दिया. इसी बात पर मोहित और उसकी मां के बीच बहस शुरू हो गई, जिसमें उसकी 14 साल की छोटी बहन भी मौजूद थी.

घर गया और…
यह बहस बाजार में ही हुई, जहां कई लोग मौजूद थे. कहासुनी के दौरान मोहित ने गुस्से में आकर अपनी मां से कहा, ‘अगर पैसे नहीं दिए, तो मैं अपनी जान दे दूंगा.’ जवाब में मां कौशल्या देवी ने भी भावावेश में आकर कह दिया, ‘तू मरेगा तो मैं भी जहर खा लूंगी.’ ये बातें शायद उस वक्त गुस्से में कही गई थीं, लेकिन अगले कुछ घंटों में ये गुस्सा तीन जानों के अंत का कारण बन गया. मोहित बात अधूरी छोड़ घर लौट आया. जब मां और बहन कुछ समय बाद घर पहुंचीं, तो दरवाजा बंद मिला. बार-बार खटखटाने और पुकारने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला. घबराकर दोनों चीखने-चिल्लाने लगीं. शोर सुनकर पड़ोसी जमा हो गए. एक पड़ोसी छत के रास्ते घर में घुसा और उसने खिड़की से देखा कि मोहित फांसी पर लटका हुआ था.

आधे घंटे बाद जो हुआ….
यह देख कौशल्या देवी और उनकी बेटी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. कौशल्या देवी ने लगभग आधे घंटे तक अपने बेटे के शव को बाहों में पकड़े रखा. इसी सदमे और दुख में डूबी मां-बेटी ने भी जहर खा लिया. उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई. पुलिस अधीक्षक कुमार श्रीवास्तव ने बताया, ‘यह आत्महत्या का मामला है. मोहित ने पारिवारिक विवाद के चलते आत्महत्या की, जिसके बाद उसकी मां और बहन ने भी जहरीला पदार्थ खा लिया. घटना की जांच की जा रही है और शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है.’

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हे राम, क्या जमाना आ गया है…! 3 लोगों की जान, वो भी 1500 रूपये के लिए?

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