A trap of more than Rs 400 crores hidden behind the online game. The high-tech fraud of MBA uncle and engineer nephew exposed. Know the whole case
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भरतपुर IG राहुल प्रकाश की साइबर टीम ने 400 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का भंडाफोड़ किया है. फर्जी ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स और निवेश योजनाओं के जरिए ठगी की गई थी. मास्टरमाइंड मामा-भांजे की जोड़ी है.

भरतपुर रेंज आईजी
भरतपुर. भरतपुर IG राहुल प्रकाश के निर्देशन में रेंज कार्यालय की साइबर टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 400 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर ठगी का भंडाफोड़ किया है. यह ठगी फर्जी ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स और निवेश योजनाओं के जरिए की गई थी. इस घोटाले के मास्टरमाइंड मामा-भांजे की जोड़ी है. मामा रविंद्र सिंह MBA डिग्रीधारी है जबकि उसका भांजा शशिकांत इंजीनियर है और दोनों आपस में मामा भांजे हैं.
भरतपुर रेंज आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि ठगी का खुलासा तब हुआ जब 6 मार्च 2025 को धौलपुर निवासी हरि सिंह ने फिनो पेमेंट बैंक के एक खाते के खिलाफ 1930 हेल्पलाइन पर साइबर फ्रॉड की शिकायत की. जांच में सामने आया कि उसी खाते के खिलाफ पहले से ही 4000 से ज्यादा शिकायतें दर्ज थीं इसके बाद मामले की जांच रेंज साइबर टीम को सौंपी गई. जांच में पता चला कि ठगी की रकम चार फर्जी कंपनियों रूकनेक, सेल्वाकृष्णा, एसकेआरसी इन्फोटेक और नित्याश्री के खातों में भेजी गई.
गेम्स और निवेश के नाम पर होती थी ठगी
इन कंपनियों के खातों से 14 करोड़ रुपये की राशि फ्रिज की गई है. कंपनियों के नाम पर बैंक खाते खोलकर पेमेंट गेटवे के माध्यम से लाखों लोगों से ठगी की गई. ये कंपनियां स्किल गेम्स और निवेश के नाम पर लिंक भेजती थी जिनमें छोटे निवेश पर फायदा दिखाकर लोगों का भरोसा जीतती थी और फिर धीरे-धीरे बड़े अमाउंट हड़प लिए जाते थे. गिरफ्तार तीन आरोपियों में एक महिला भी शामिल है.
1000 करोड़ तक जा सकता है आंकड़ा
मुख्य आरोपी रविंद्र सिंह आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनके नाम से कंपनियां रजिस्टर करवाता था और मामूली पैसे देकर उनसे दस्तावेज हासिल करता था. इन कंपनियों के जरिए अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाकर उन्हें कई स्तरों में बांट दिया जाता था ताकि ट्रैकिंग मुश्किल हो. इस गिरोह ने पिछले चार महीनों में ही 400 करोड़ से अधिक की ठगी की है और जांच एजेंसियों को आशंका है कि यह आंकड़ा 1000 करोड़ से भी ज्यादा हो सकता है. दिल्ली पुलिस और धौलपुर साइबर थाना की टीमों ने इस ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई है. जांच अभी जारी है और कई नए खुलासे होने की संभावना है.

with more than 4 years of experience in journalism. It has been 1 year to associated with Network 18 Since 2023. Currently Working as a Senior content Editor at Network 18. Here, I am covering hyperlocal news f…और पढ़ें
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