Discussion on Indus Water Treaty in Lucknow | लखनऊ में सिंधु जल संधि पर चर्चा: पूर्व न्यायाधीश बोले- पाकिस्तान का जल रोकने का निर्णय राष्ट्रीय हित में लिया गया – Lucknow News
लखनऊ2 मिनट पहले
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लखनऊ उच्च न्यायालय के महामना सभागार में अधिवक्ता परिषद अवध द्वारा सिंधु जल संधि के स्थगन पर एक स्वाध्याय मंडल का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति रंगनाथ पाण्डेय ने अधिवक्ताओं से संवाद किया।
न्यायमूर्ति पाण्डेय ने कहा कि भारत द्वारा आतंकवाद के विरुद्ध उठाए गए कदम सराहनीय हैं। उन्होंने पाकिस्तान को जाने वाले जल को रोकने के निर्णय को ऐतिहासिक बताया।

लखनऊ उच्च न्यायालय के महामना सभागार में अधिवक्ता परिषद अवध द्वारा सिंधु जल संधि के स्थगन पर एक स्वाध्याय मंडल का आयोजन किया गया।
सिंधु जल संधि को पुनः परिभाषित करने की आवश्यकता
अधिवक्ता परिषद अवध के अध्यक्ष ओ. पी श्रीवास्तव ने आतंकवाद के प्रति भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का उल्लेख किया। महामंत्री मीनाक्षी परिहार सिंह ने कहा कि 1960 की सिंधु जल संधि को नए दृष्टिकोण से पुनः परिभाषित करने की आवश्यकता है।
भारत का निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण
कार्यक्रम की अध्यक्षता उच्च न्यायालय इकाई के अध्यक्ष दिवाकर सिंह कौशिक ने की। संचालन इकाई के महामंत्री अमरेंद्र नाथ त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम में अनेक वरिष्ठ अधिवक्ता, डिप्टी सालिसिटर जनरल और परिषद के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान अधिवक्ताओं ने संधि के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया। सभी ने भारत के इस निर्णय को राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना।