A committee was formed in the BHU trauma center dispute case | BHU ट्रामा सेंटर विवाद मामले में कमेटी का हुआ गठन: निदेशक ने बाउंसरों पर कार्रवाई का दिया आदेश, छात्रों ने सीनियर प्रोफेसर से दुर्व्यवहार का किया विरोध – Varanasi News
बीएचयू ट्रामा सेंटर में डॉक्टर से हुई अभद्रता के मामले में निदेशक ने कमेटी गठित की है एक सप्ताह के अंदर कमेटी अपना रिपोर्ट पेश करेगी। इस मामले में निदेशक आईएमएस एस. एन संखवार ने सीनियर प्रोफ़ेसर डा. शशि प्रकाश मिश्र के साथ दुर्व्यवहार करने वाले बाउंसर
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कमेटी के रिपोर्ट का करेंगे इंतजार
प्रोफेसर शशि प्रकाश मिश्रा ने कहा – अपनी शिकायत को लेकर हमने कार्यवाहक कुलपति से मुलाकात की है हमारे समर्थन में बहुत से छात्र और प्रोफेसर भी हैं। उन्होंने कहा कि ट्रामा सेंटर में आज जो दुर्व्यवहार मेरे साथ हुआ है यह किसी के भी साथ हो सकता है इसलिए हमने खुलकर इसका विरोध किया है उन्होंने कहा कि मुझे जांच कमेटी पर पूरा भरोसा है कमेटी के रिपोर्ट का हम इंतजार करेंगे।

सीनियर प्रोफेसर के साथ हुआ था दुर्व्यवहार।
छात्रों ने ट्रामा सेंटर में प्रोफेसर के साथ हुए दुर्व्यवहार का किया विरोध
बीएचयू ट्रामा सेंटर में डॉक्टर से दुर्व्यवहार के मामले में छात्रों ने एक बैठक कर विश्वविद्यालय और अस्पताल के के वर्तमान हालात पर चर्चा किया तथा आंदोलन की रूपरेखा तैयार की। छात्रों ने कहा ट्रामा सेंटर आए दिन विवादों के घेरे में रहता है अक्सर बाउंसर द्वारा छात्रों अध्यापकों कर्मचारी यहाँ तक की मीडिया के साथ भी मारपीट और गुंडागर्दी की घटनाएं सामने आती रहती हैं इसी क्रम में एक सर्जरी के डॉक्टर के साथ भी प्रशासनिक अधिकारी व बाउंसर तथा कैंटीन संचालक ने दुर्व्यवहार की है इन सारी घटनाओं में वहां के प्रभारी प्रशासनिक अधिकारी की भूमिका रहती है।
छात्रों ने रखी अपनी बात
अश्विनी कुमार राय ने कहा कि चिकित्सालय मारपीट के लिए नहीं बना है बल्कि चिकित्सा करके जान बचाने के लिए बना है और जो लोग ऐसी घटना कर रहे हैं और जो लोग इनका संरक्षण दे रहे हैं उनके ऊपर कठोर कार्रवाई की जरूरत है। ट्रामा सेंटर में भारी भ्रष्टाचार की संभावना है इसकी जांच की जरूरत है। छात्र नेता डॉक्टर मृत्युंजय तिवारी आजाद ने कहा कि अस्पताल में आए दिन अध्यापक छात्र और कर्मचारियों के साथ अब अभद्रता की घटनाएं सामने आती रहती हैं और इसकी शिकायत भी सक्षम अधिकारियों से किया गया है बावजूद यह घटनाएं थम नहीं रही हैं इसलिए इसके लिए जिम्मेदारों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के लिए एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। पूर्व में भी ट्रामा सेंटर में मारपीट की घटनाएं प्रकाश में आ चुकी हैं।