BHU woman professor alleges misbehavior | BHU महिला प्रोफेसर ने लगाया दुर्व्यवहार का आरोप: ट्रामा सेंटर प्रभारी और बाउंसर के खिलाफ महिला शिकायत प्रकोष्ठ को भेजा पत्र,कमेटी कर रही जांच – Varanasi News
बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर में सोमवार को एक गंभीर घटना सामने आई जब सर्जरी विभाग की प्रोफेसर डॉ. मंजरी मिश्रा ने अपने साथ और अपने पति डॉ. शशि प्रकाश मिश्रा के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि
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ट्रामा सेंटर प्रभारी ने बाउंसर का लिया पक्ष
डॉ. मंजरी के अनुसार, जब वह घटनास्थल पर पहुँचीं, तब उन्होंने इस घटना की जानकारी वहीं मौजूद डॉ. सौरभ सिंह को दी। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉ. सौरभ ने न केवल आशीष सिंह के व्यवहार को उचित बताया, बल्कि उन्हें वहाँ से चले जाने को कहा। डॉ. मंजरी मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया कि डॉ. सौरभ सिंह लगातार उनके खिलाफ दुर्भावना से कार्य कर रहे हैं और उनके वार्षिक मूल्यांकन और पदोन्नति को प्रभावित करने की कोशिशें भी कर चुके हैं।

प्रोफेसर शशि ने पूरे मामले की जानकारी कैमरे के सामने आकर दी।
सीनियर होने के बाद भी समितियों में न रखने का आरोप
डॉ. मंजरी ने अपने शिकायत पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि ट्रॉमा सेंटर में नीति निर्धारण से जुड़ी समितियों में उन्हें शामिल नहीं किया गया है, जबकि वे सबसे वरिष्ठ और प्रोफेसर रैंक की एकमात्र संकाय सदस्य हैं।उन्होंने अपने पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिला सशक्तिकरण के एजेंडे का हवाला देते हुए सवाल उठाया कि जब उनके निर्वाचन क्षेत्र के एक प्रमुख संस्थान में महिला शिक्षकों की गरिमा और सुरक्षा की अनदेखी हो रही है, तो यह एक गंभीर मामला है।
पुलिस और बीएचयू की महिला शिकायत प्रकोष्ठ को भेजा पत्र
डॉ. मंजरी अपनी इस घटना के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज की है। उन्होंने बताया कि उन्हें यह जानकारी मिली है कि उनके पति पर एससी/एसटी एक्ट के तहत झूठा मामला दर्ज कराने की साजिश रचा जा रहा। उन्होंने बीएचयू की महिला शिकायत प्रकोष्ठ से मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है और ट्रॉमा सेंटर में ड्यूटी करने को लेकर भी अपनी चिंता जाहिर की है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा
इस घटना में अब तक विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कमेटी का गठन कर दिया गया है। ट्रॉमा सेंटर की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि कुछ वीडियो अन्य माध्यमों से जारी किया गया है। इस मामले में ट्रामा सेंटर प्रभारी द्वारा भी विश्वविद्यालय प्रशासन को एक पत्र भेजा गया है। अब देखना होगा कि कमेटी जांच के बाद अपने रिपोर्ट में क्या लिखकर देती है।