Mental virtue is proved in Kalyug | कलयुग में सिद्ध हो जाता है मानस पुण्य: गोरखपुर के जगन्नाथपुर दुर्गा पार्क में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा में बोले कथा व्यास – Gorakhpur News
श्ब्यारीमद्भागवत महापुराण कथा के तीसरे दिन ब्यास पीठ की आरती उतारते श्रद्धालु।
महानगर के जगन्नाथपुर स्थित दुर्गा पार्क में बुधवार से शुरू हुए श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के तीसरे दिन महाराज परीक्षित की कथा सुनाई। अयोध्या धाम से आए कथा व्यास स्वामी बालक दास ने कथा के दौरान कलयुग के बेहतर पक्ष के बारे में भी चर्चा की।
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मुख्य यजमान तेज प्रताप सिंह और सुशीला सिंह सहित सैकड़ो श्रद्धालुओं को संगीतमय कथा सुनाते हुए कथा व्यास ने कहा कि कलयुग की यह विशेषता है कि इसमें मानस पुण्य भी सिद्ध हो जाता है। इसमें मन के पुण्य का महत्व है। नाम जप का महात्म्य है। मधुर मधुर नाम, सीता राम…मधुर मधुर नाम, सीता राम…जैसे भजनों के बीच मौजूद सैकड़ों आस्थावान लोगों ने देर शाम तक श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण का आनंद लिया।

गोरखपुर के जगन्नाथपुर दुर्गा पार्क में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा सुनते श्रद्धालु।
ब्यास पीठ की उतारी आरती इससे पहले मुख्य यजमान ने व्यास पीठ की आरती उतारी। सभी श्रद्धालुओं ने मिलकर आरती का पाठ सस्वर पाठ किया। श्रद्धालुओं ने कथा व्यास का माला पहनाकर स्वागत किया। कथा का समापन 6 जून को होगा। उसी दिन महाप्रसाद का वितरण भी किया जाएगा। दूसरे दिन आत्मदेव की कथा ने किया था भावविभोर
श्रीमदभागवत महापुराण कथा के दूसरे दिन आत्मदेव की कथा ने श्रोताओं को भावविभोर कर दिया था। कथा व्यास ने तृष्णा के कारकों और उससे मुक्ति के उपाय के बारे में विस्तार से चर्चा की थी। कथा के तीसरे दिन डॉ रक्षा रानी चतुर्वेदी संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य, डॉ शार्दूलम श्रीवास्तव, शिव चरण रावत,श्रीकांत रावत, नीरज दुबे, डॉ योगेश प्रताप सिंह, शशितेश सिंह, रणजीत सिंह श्रीनेत,रिवेश सिंह,अजय विश्वकर्मा,राजन चन्द,विश्वामित्र शाही, मनीष कान्त ओझा,आलोक सिंह, देवेश सिंह और राघवेंद्र सिंह प्रमुख तौर पर उपस्थित रहे।