Modi can flag off Phase-2 of Lucknow Metro | मोदी लखनऊ मेट्रो के फेज-2 को दिखा सकते हैं हरी-झंडी: 5,801 करोड़ के ब्लू लाइन का प्लान पूरा, सिर्फ बजट मंजूरी का इंतजार – Lucknow News
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लखनऊ मेट्रो के फेज-2 को भी हरी झंडी दिखा सकते हैं। वह कानपुर में अंडरग्राउंड मेट्रो को लॉन्च करेंगे। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री यहीं से लखनऊ मेट्रो के बजट को भी स्वीकृति दे सकते हैं। लखनऊ मेट्रो के दूसरे फेज में अभी
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यह मेट्रो लाइन चारबाग, अमीनाबाद, KGMU और चौक जैसे व्यस्त इलाकों को चारबाग रेलवे स्टेशन, आलमबाग बस स्टेशन और अमौसी एयरपोर्ट से कनेक्ट करेगा। लखनऊ मेट्रो के इस प्रोजेक्ट को पब्लिक इंवेस्टमेंट बोर्ड ( PIB) से मंजूरी मिल चुकी है।
दूसरे फेज पर 5,801 करोड़ रुपए का आएगा खर्च लखनऊ मेट्रो के फेज-2 यानी ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को ब्लू लाइन नाम दिया गया है। इसे PIB से मंजूरी मिलने के बाद बजट स्वीकृति के लिए केंद्रीय कैबिनेट को भेजा गया है। 11.165 किमी लंबे कॉरिडोर के निर्माण पर लगभग 5,801 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 23 जून 2026 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
4.2 किमी एलिवेटेड और 6.8 किमी अंडरग्राउंड रूट होगा
लखनऊ मेट्रो के फेज- 2 में चारबाग से वसंत कुंज तक 11 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक मेट्रो दौड़ेगी। उसमें एलिवेटेड और अंडरग्राउंड रूट होगा। एलिवेटेड रूट की लंबाई 4.286 किलोमीटर और अंडरग्राउंड की 6.879 किलोमीटर होगी। यह मेट्रो लाइन घनी आबादी वाले इलाकों से होकर गुजरेगी। इस वजह से अंडरग्राउंड रूट की लंबाई अधिक ज्यादा है।

ब्लू लाइन पर 12 स्टेशन होंगे, चारबाग में बनेगा इंटरचेंज स्टेशन लखनऊ मेट्रो की ब्लू लाइन चारबाग में फेज- 1 से जुड़ेगी। चारबाग में ही इंटरचेंज स्टेशन बनेगा। इस रूट पर कुल 12 स्टेशन होंगे। उनमें चारबाग, गौतमबुद्ध मार्ग, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल कॉलेज चौराहा और चौक अंडरग्राउंड होंगे। ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज, मूसाबाग और वसंतकुंज एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन होंगे।

लखनऊ के सरफराजगंज में मेट्रो निर्माण के लिए मिट्टी की जांच करते कर्मचारी।
पुराना लखनऊ जुड़ेगा, KGMU पहुंचने में होगी आसानी यह मेट्रो लाइन रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और एयरपोर्ट को KGMU से कनेक्ट करेगी। इससे प्रदेश भर से KGMU में इलाज कराने आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को काफी सुविधा मिलेगी। इस मेट्रो लाइन से पुराना लखनऊ कनेक्ट हो जाएगा।
अमीनाबाद और चौक की राह बहुत आसान हो जाएगी। इससे अमीनाबाद और चौक में खरीदारी करने वाले ग्राहकों और दुकानदारों को खूब फायदा मिलेगा। राहगीरों को भी जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
पहले फेज में 6,928 करोड़ रुपए खर्च हुए थे
- लखनऊ मेट्रो के फेज-1 के निर्माण में 6,928 करोड़ रुपए का खर्च आया था। यह मेट्रो लाइन एयरपोर्ट से मुंशी पुलिया को जोड़ती है। मौजूदा समय हर रोज इससे करीब 30 हजार यात्री सफर करते हैं।
- यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि मेट्रो के ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को PIB से मंजूरी एक बड़ी उपलब्धि है। लखनऊ की शहरी आबादी के लिए यह प्रोजेक्ट बेहद अहम है।

तीसरे फेज की भी है प्लानिंग-

कब क्या हुआ
- अप्रैल 2023 में शासन को भेजा गया था ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का डीपीआर
- मई 2024 में उत्तर प्रदेश सरकार ने ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को कैबिनेट बैठक से मंजूरी दी
- अक्टूबर 2024 में मेट्रो के डीपीआर को नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप ( एनपीजी) की मंजूरी मिली
- फरवरी 2025 में मेट्रो प्रशासन ने स्टेशन को बनवाने के लिए मिट्टी की जांच शुरू की
- मई 2025 में ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड से मंजूरी