Information about documents in Rohingya’s Aadhaar card will be available soon | रोहिंग्या के आधार कार्ड में दस्तावेजों की जानकारी जल्द मिलेगी: प्रमुख सचिव गृह के यहां से एक कॉपी यूआईडीएआई दफ्तर और एक कॉपी पुलिस को दी जाएगी – Kanpur News
कानपुर में पकड़े गए रोहिंग्या मोहम्मद साहिल के आधार कार्ड में किस तरह के दस्तावेज लगे थे। इसके बारे में पुलिस को जल्द जानकारी मिल जाएगी। प्रमुख सचिव के यहां से आदेश पत्र की एक कॉपी यूआईडीएआई और एक कॉपी कोतवाली पुलिस को मिलेगी। हालांकि शनिवार को एक पु
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कोतवाली पुलिस ने बीती 21 मई को बड़ा चौराहा पर चेकिंग के दौरान रोहिंग्या मोहम्मद साहिल को पकड़ा था। वो हिन्दी नहीं बोल पाया जिससे पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की। जिसपर साहिल ने कबूला की आठ साल पहले वो म्यांमार के रास्ते बांग्लादेश होते हुए भारत में दाखिल हुआ था और शुक्लागंज में अपनी बहन के यहां रह रहा था।
मोहम्मद साहिल से पूछताछ के आधार पर कानपुर पुलिस कमिश्नरेट अधिकारियों ने उन्नाव एसपी को इसकी जानकारी देते हुए अपने अनुसार भी मामले में जांच कराने के लिए कहा था। जिसके बाद गंगाघाट थाना पुलिस ने साहिल के परिवार के नौ और सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इसके बाद साहिल की पहचान के लिए सत्यापन पत्र जारी करने वाले पूर्व पार्षद को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
आधार कार्ड में लगे दस्तावेज बनेंगे अहम सबूत
इस कार्रवाई के बाद अब पुलिस के पास सबसे अहम सबूत साहिल के आधार कार्ड में लगे दस्तावेज है। आधार कार्ड में कौन से दस्तावेज लगाए गए थे और वो कैसे बनवाए गए। इसकी जानकारी जुटाना केस के लिए बहुत जरूरी है। यूआईडीएआई से आधार कार्ड में लगे दस्तावेज की कॉपी निकलवाने के लिए कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से प्रमुख सचिव गृह को भी पत्र भेजा गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक प्रमुख सचिव गृह का पत्र यूआईडीएआई दफ्तर पहुंचा की नहीं इसके बारे में शनिवार को जानकारी जुटाई जाएगी।
हालांकि प्रमुख सचिव गृह के यहां से पुलिस को यह भी जानकारी दी गई है कि आदेश पत्र की एक कॉपी यूआईडीएआई दफ्तर और एक कॉपी कानपुर पुलिस कमिश्नरेट को दी जाएगी। जिसके आधार पर वो लोग आसानी से आधार कार्ड में लगे दस्तावेजों की डीटेल निकाल लेंगे।
इंस्पेक्टर कोतवाली जेपी पाण्डेय ने बताया कि दस्तावेज अति महत्वपूर्ण सबूत है। इन्हें मिलने के साथ ही इनका परीक्षण कराकर उस परीक्षण रिपोर्ट को विवेचना में शामिल किया जाएगा। जिसके कारण और अपराधिक धाराएं मामले में बढ़ने की सम्भावना है।