Chinese manjha wreaks havoc in Hathras | हाथरस में चाइनीज मांझे का कहर: 24 घंटे में दो लोग घायल, एक स्वास्थ्यकर्मी और एक युवक गंभीर घायल – Hathras News
हाथरस2 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

हाथरस में शहर का तालाब ओवरब्रिज इन दिनों ‘चाइनीज मांझे’ की वजह से खतरे का दूसरा नाम बन चुका है। दो दिनों में यहां दो बाइक सवार जानलेवा मांझे की चपेट में आ चुके हैं, लेकिन प्रशासन अब भी आंखें मूंदे बैठा है। बाजार में धड़ल्ले से बिक रहा यह प्रतिबंधित मांझा आम लोगों की जान पर भारी पड़ रहा है।
तालाब ओवरब्रिज से गुजर रहे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी राजीव (35) मांझे की चपेट में आ गए। राजीव गांव दयानतपुर के रहने वाले हैं और एमडीटीबी अस्पताल में कार्यरत हैं। वे बाइक से ड्यूटी पर जा रहे थे तभी अचानक मांझा उनकी बाहों में उलझ गया और गहरा कट लग गया। उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रतन गरबा कॉलोनी के रहने वाले प्रांशु यादव कल इसी ओवरब्रिज पर घायल हो गए थे। चाइनीज मांझे से उनका गला कट गया था। गनीमत रही कि समय रहते अस्पताल पहुंचाया गया, वरना हादसा और भी गंभीर हो सकता था। स्थानीय लोगों का कहना है कि चाइनीज मांझा प्रतिबंधित होने के बावजूद बाजार में खुलेआम बिक रहा है।
प्रशासन न कार्रवाई कर रहा, न ही चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं। त्योहारों और पतंगबाजी के शौक के चलते यह जानलेवा धागा सड़कों पर फांस बिछा रहा है। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि चाइनीज मांझा बेहद धारदार होता है और शरीर के किसी भी हिस्से में गहरे जख्म कर सकता है।
गले या चेहरे पर चोट लगने की स्थिति में जान भी जा सकती है। यह नायलॉन या प्लास्टिक से बना होता है और उस पर कांच की परत चढ़ाई जाती है। पतंग उड़ाने में इसका इस्तेमाल तो होता है, लेकिन इसकी धार किसी धारदार हथियार से कम नहीं। प्रशासन की ओर से इस जानलेवा धागे पर न कोई सख्ती दिखाई गई, न ही विक्रेताओं पर कोई छापा मारा गया। लोग पूछ रहे हैं—क्या किसी बड़े हादसे के बाद ही जागेगा सिस्टम?