Intestine cut during operation in Ghaziabad, death | गाजियाबाद में ऑपरेशन के दौरान आंत कटी, मौत: परिजनों का आरोप- डॉक्टरों की लापरवाही से इंफेक्शन, 8 दिन से धरने पर बैठे – Muzaffarnagar News
वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर5 मिनट पहले
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परिजन और ग्रामीण दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
मुजफ्फरनगर के खतौली के गांव भैंसी निवासी उज्ज्वल की गाजियाबाद के एक निजी अस्पताल में हर्निया ऑपरेशन के बाद मौत हो गई। उज्ज्वल 23 मई को कौशांबी स्थित निजी अस्पताल में जांच के लिए गए थे। डॉक्टरों ने हर्निया की सर्जरी की सलाह दी।
26 मई को चार घंटे के ऑपरेशन में डॉक्टरों की कथित लापरवाही से उनकी आंत कट गई। इससे अधिक रक्तस्राव हुआ और शरीर में इंफेक्शन फैल गया। अगले दिन उज्ज्वल ने पेट दर्द की शिकायत की। डॉक्टरों ने नारियल पानी और दवाइयां देकर लौटा दिया।
हालत बिगड़ने पर 29 मई को दोबारा ऑपरेशन किया गया। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। 1 जून की रात करीब 1:30 बजे उज्ज्वल की मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि फोरेंसिक जांच के बाद ही मामले का खुलासा होगा।

परिजन और ग्रामीण दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

परिजनों ने न्याय की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला।
8 दिन से धरने पर बैठे उज्ज्वल के परिजन पिछले 8 दिनों से अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे हैं। खतौली के गांव तहसील में परिजनों ने न्याय की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला। मार्च उज्ज्वल के घर से शुरू होकर शिव मूर्ति भैंसी तक पहुंचा। 2 जून की सुबह परिजनों ने अस्पताल में तीन घंटे तक प्रदर्शन किया। इंदिरापुरम के एसीपी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली।
दोषी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग उज्ज्वल की शादी 2014 में ईशा चौधरी से हुई थी। उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां अवनी और वाणी हैं। दो भाइयों में उज्ज्वल बड़े थे और वर्तमान में राजनगर एक्सटेंशन स्थित अजनारा इंटीग्रिटी अपार्टमेंट में रहकर एक ई-कॉमर्स कंपनी में टीम लीडर के पद पर कार्यरत थे। गांव भैंसी में उज्ज्वल की मौत को लेकर गहरा शोक है। कैंडल मार्च में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। ग्रामीणों और परिजनों की मांग है कि दोषी डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई हो और उज्ज्वल के परिवार को न्याय दिलाया जाए।