Ojasvi Bharat Foundation Distributes Umbrellas, Lays Foundation for Nandishala in Ayodhya | अयोध्या में नंदीशाला निर्माण का हुआ शिलान्यास: महंत एकनाथ महाराज बोले – ‘नंदी धर्म का प्रतीक, संरक्षण जरूरी’, बच्चों को बच्चों को वितरित की छतरियां, – Ayodhya News



नंदीशाला निर्माण का शिलान्यास भी किया गया

ओजस्वी भारत फाउंडेशन द्वारा सोमवार को स्कूली बच्चों को वर्षा से बचाव के लिए छतरियां वितरित की गईं और साथ ही नंदीशाला निर्माण का शिलान्यास भी किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता फाउंडेशन के अध्यक्ष राजर्षि महंत एकनाथ महाराज उत्तराधिकारी जगतगुरु परमहंस आच

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महंत ने वैदिक मंत्र “धर्मो रक्षति रक्षितः, निसर्ग रक्षति रक्षितः” का उच्चारण करते हुए लोगों को सामाजिक और धार्मिक जिम्मेदारियों के निर्वहन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जैसे देशभर में गौशालाओं के माध्यम से गौमाता की रक्षा हो रही है, वैसे ही अब नंदी के संरक्षण पर भी समान रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, “मां को तो समाज में सम्मान मिला, लेकिन पिता तुल्य नंदी की भूमिका को अब तक अनदेखा किया गया है। नंदी केवल शिव का वाहन नहीं, बल्कि धर्म का प्रतीक भी हैं।” उन्होंने नंदी की मूर्तियों की विशेषता बताते हुए कहा कि उनके तीन पैर मुड़े होते हैं और एक सीधा, जो दर्शाता है कि कलियुग में धर्म का केवल एक स्तंभ शेष है।

महंत जी ने कहा कि नंदीशाला की स्थापना का उद्देश्य उन बेसहारा नंदियों को संरक्षण देना है, जिनकी सेवा अब लोग नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने अपील की कि यदि किसी के पास नंदी हैं और वे उनकी सेवा नहीं कर पा रहे, तो वे उन्हें फाउंडेशन की नंदीशाला में सौंप सकते हैं, जहां उनकी समुचित देखभाल की जाएगी।

महंत एकनाथ महाराज ने संसद में सेंगोल की स्थापना में नंदी की मूर्ति को स्थान देने के निर्णय की सराहना करते हुए सरकार से मांग की कि जैसे गायों के संरक्षण के लिए सरकारी योजनाएं चलाई जाती हैं, वैसे ही नंदी के संरक्षण के लिए भी योजनाएं बनाई जाएं।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संत, समाजसेवी, ग्रामीण और स्कूली बच्चे मौजूद रहे। इस आयोजन के माध्यम से धार्मिक चेतना के साथ-साथ सामाजिक सहभागिता का संदेश भी दिया गया।



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