Celebrations took place in Lucknow, pictures of Trump-Netanyahu were burnt | लखनऊ में ट्रम्प-नेतन्याहू की तस्वीर जलाई गई: सीज फायर पर जश्न मनाया, मौलाना यासूब बोले- ये ईरान की जीत है, इजराइल रेत का किला साबित हुआ – Lucknow News
लखनऊ में छोटा इमामबाड़ा पर देर रात ईरान की जीत का जश्न मनाया गया। इजराइल और अमेरिका के खिलाफ प्रदर्शन भी किया गया। सैकड़ों की संख्या में शिया समुदाय के लोगों ने अमेरिका और इजराइल के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजर
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अमेरिका-इजराइल ने घुटना टेक दिया
शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। मौलाना ने कहा कि यह सीज फायर ईरान की शर्तों पर हुआ है। इसलिए हम लोग ‘जश्न-ए- फतेह’ मना रहे हैं। इजराइल और अमेरिका दोनों ने ईरान के सामने घुटने टेक दिए। दोनों सुपर पावर मिलकर ईरान का मुकाबला नहीं कर पाए। इसे यह साबित होता है कि सुपर पावर अमेरिका और इजराइल नहीं बल्कि ईरान है।
प्रदर्शन से जुड़ीं 3 तस्वीरें देखिए…

अमेरिका ईरान के झंडे को पैरों से रौंदा।

सीजफायर के बाद शिया समुदाय ने मनाया जश्न-ए-फतेह मनाया।

नेतन्याहू और ट्रम्प की तस्वीर जलाई गई।
इजराइल वालों को बंकर में भी जगह नहीं मिली
मौलाना यासूब ने कहा ईरान अल्लाह के भरोसे लड़ रहा था और उसे फतेह नसीब हुई। इस युद्ध से पहले इजराइल को लेकर यह भ्रम था। लोगों में भ्रम था कि इजराइल के पास आयरन डोम है, आधुनिक हथियार है, टेक्नोलॉजी में बहुत आगे है। उसके ऊपर कोई भी मिसाइल और बम कारगर साबित नहीं होगा।
जब ईरान के आधुनिक हथियार निकले तो सारे भ्रम टूट गए। इजराइल रेत का ढेर साबित हुआ। इजराइल और नेतान्याहू दावा करते थे कि उनका हर नागरिक सैनिक है। ईरान के हमले के बाद वहां के आम लोग सड़कों पर रोते और गिड़गिड़ाते हुए नजर आए। लोगों को बंकर में भी छुपाने की जगह नहीं मिली।

मौलाना यसूब अब्बास ने कहा कि इजराइल रेत का किला साबित हुआ सुपर पावर का घमंड टूटा
ईरान और भारत के रिश्ते हुए मजबूत
मौलाना ने कहा कि हम लोग ईरान और भारतीय सरकार की शुक्रगुजार हैं कि जियारत पर गए हुए सभी लोग सकुशल हिंदुस्तान वापसी कर रहे हैं। बड़ी संख्या में लखनऊ से जायरीन जो ईरान में फंसे हुए थे वे आ गए। ईरान और भारत के रिश्ते हमेशा से ही अच्छे थे और भविष्य में भी बेहतर बने रहेंगे।
इस युद्ध के बाद जो दुनिया की नजर में इजराइल और अमेरिका की तस्वीर थी वह बदल गई। यह सुपर पावर रेत कि किले निकले। ईरान जो पीड़ितों की लड़ाई लड़ रहा था वो सुपर पावर बनकर उभरा और उसको जीत नसीब हुई।