Deepak will perform Jalabhishek on Mardeshwar Shivaling after doing Kavad Yatra of 100 KM | 100KM की कावड़ यात्राकर मर्देश्वर शिवलिंग पर जलाभेषक करेगा दीपक: 5 साल का मासूम बना आस्था की मिसाल, पिता बोले- बच्चो का हौसला बढ़े इसके लिए सब मिलकर गीत गाते है – Prayagraj (Allahabad) News


अजय कुमार | प्रयागराज2 मिनट पहले

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प्रयागराज से रीवा जिले के मर्देश्वर शिव मंदिर तक की 100 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा में एक 5 साल का बालक दीपक भी शामिल है। दीपक अपने पिता सरयू सोनकर, बहन श्रवणा और भाई अशोक के साथ यह यात्रा कर रहा है। दीपक कक्षा एक का छात्र है, जबकि उसका भाई अशोक तीसरी कक्षा में और बहन श्रवणा सातवीं कक्षा में पढ़ते हैं। यह जत्था सुबह 4 बजे प्रयागराज पहुंचा। गंगा स्नान के बाद जल लेकर मर्देश्वर शिव मंदिर की ओर निकल पड़े। पिता सरयू सोनकर ने बताया कि बच्चों का हौसला बनाए रखने के लिए सभी मिलकर गीत गाते हैं और खेलते हैं। भोलेनाथ का नाम लेते हुए आगे बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि शिव की कृपा से थकान महसूस नहीं होती।

ग्राम पंचायत चांदी के कई अन्य लोग भी इस यात्रा में शामिल हैं। कांवड़ियों का मानना है कि सावन के महीने में गंगाजल से शिवलिंग का जलाभिषेक करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। यात्रा में शामिल सभी लोगों की जुबान पर ‘बम बम भोले’ का जयकारा है रास्ते में तपती सड़कें और पसीने से भीगा शरीर होने के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं है। मार्ग में जगह-जगह लोग जलपान और विश्राम की व्यवस्था कर कांवड़ियों का स्वागत कर रहे हैं।

सावन का पहला दिन होने के चलते प्रयागराज के गंगा नदी घाट पर गंगाजल लेने आए भक्तो की भारी भीड़ देखने को मिली। सोनू तिवारी ने बताया, कावड़ यात्रियो मे गंगाजल से भरी कांवड़ लेकर उनके साथ 3 बच्चे भी चल रहे है। बच्चो ने उनके साथ होकर उनकी आस्था भरे जत्थे को और भी पवित्र बना देते हैं। छोटे दीपक जैसे नन्हे कांवड़ियों की मुस्कान और उनका उत्साह यह बताता है कि आस्था की इस डोर को कोई थकान, कोई दूरी तोड़ नहीं सकती।गांव लौटकर जब ये भोलेनाथ के दरबार में गंगाजल चढ़ाएंगे तो हर कदम की थकान, हर छाले का दर्द भक्ति की गंगा में धुल जाएगा।

और यही तो है शिव की भक्ति की सबसे बड़ी ताकत हर दर्द हर लेती है, हर मन को जोड़ देती है।प्रयागराज के दशाश्वमेध घाट से सावन के पहले दिन शुक्रवार को यह कावड़ यात्रियो का जत्था रीवा जिले के एक ही गांव से निकला है। दर्जनो की संख्या मे मौजूद कांवड़ियों का जत्था, गंगाजल लेकर सौ किलोमीटर लंबी पदयात्रा को शुरू कर चुका है। अब यह ‘हर हर महादेव’ के गगनभेदी जयकारे, भक्ति गीतों की मिठास और डमरू की थाप पर झूमते-गाते ये शिवभक्त करीब 100 किलोमीटर दूर मध्यप्रदेश रीवा के प्राचीन शिव मंदिर में गंगाजल से जलाभिषेक करेंगे।



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