Husband was attacked with RDX… got rebirth | पति पर RDX से हमला हुआ.. मिला पुनर्जन्म: प्रयागराज में मंत्री नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता ने कहा- उस दिन को हम लोग उत्सव के रूप में मनाते हैं – Prayagraj (Allahabad) News


12 जुलाई 2010 को सुबह हम लोग बहादुरगंज स्थित आवास पर थे। सावन का महीना था। हम किचेन में थे। पति मंत्री नंदी घर से 500 मीटर दूर स्थित जल चढ़ाने के लिए पैदल ही मनोकामनापूर्ति मंदिर जा रहे थे। कुछ लोग उनके साथ थे। लेकिन थोड़ी ही दूर गए थे बड़ा धमाका हुआ। म

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यह कहना है कि योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी व पूर्व मेयर अभिलाषा गुप्ता का। दरअसल, 12 जुलाई को नंदी के पुनर्जन्मोत्सव की तैयारी चल रही है। ऐसे में दैनिक भास्कर से अभिलाषा गुप्ता की विशेष बातचीत हुई। उन्होंने कहा, उस दिन को हम लोग सभी के साथ मिल पूजा पाठ करते हैं और इसे उत्सव के रूप में मनाते हैं।

मंत्री नंदी शहर दक्षिणी से विधायक हैं।

मंत्री नंदी शहर दक्षिणी से विधायक हैं।

सभी की कामना और भगवान की कृपा से बची जान

अभिलाषा गुप्ता ने कहा, हम सभी ने कभी यह सोचा नहीं था कि किसी मंत्री पर इस तरह से आरडीएक्स बम से हमला किया जाएगा। ईश्वर के आशीर्वाद व हर किसी की कामना से वह हम लोग के बीच में लौटे। कई महीनों तक वह अस्पताल में रहे। कई दिन कोमा में भी रहना पड़ा। हालत गंभीर थी लेकिन धीरे धीरे वह ठीक हुए और आगे बढ़े।

उनकी हत्या की पूरी प्लानिंग की गई थी। जब वह अस्पताल में भर्ती थे तब भी हमला करने वाले लोग अस्पताल में भी उन्हें मारने के लिए रेकी कर रहे थे।

एक लाख से ज्यादा लोग होंगे शामिल

बहादुरगंज स्थित मनोकामनापूर्ति मंदिर के आसपास भव्य रूप से सजावट का कार्य तेजी से चल रहा है। अभिलाषा गुप्ता कहती हैं, मंत्री नंदी जन्मदिन नहीं मनाते बल्कि पुनर्जन्मोत्सव का कार्यक्रम किया जाता है। इस भी 12 जुलाई को यह भव्य आयोजन होने जा रहा है। एक से डेढ़ लाख लोग इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

RDX बम से हुआ जानेलवा, मिला नया जीवन

नंदी के जीवन का सबसे काला दिन 12 जुलाई 2010 रहा। वह सासन के पवित्र महीने में अपने घर से पैदल ही मनोकामनापूर्ति मंदिर में जलाभिषेक करने जा रहे थे। तभी बहादुरगंज मोहल्ले में रिमोट कंट्रोल चालित RDX बम से नंद गोपाल नदी पर हमला हुआ था। हमला इतना भयंकर था कि पूरा इलाहाबाद शहर दहल उठा था।

गंभीर रुप से घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। पूरे 7 महीने तक वें अस्पताल में रहने के बाद ठीक हुए और जिंदा अपने घर पहुंचे। तब से हर साल श्री नंदी 12 जुलाई के दिन पुनर्प्राप्त जन्मोत्सव मनाते हैं। इस जन्मोत्सव में वे अपने लिए दुआ करने वालों, आशीर्वाद देने वाले तमाम शुभचिंतकों का आभार व्यक्त करते हैं।



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