Cleaning of trains becomes hi-tech in Northeast Railway | पूर्वोत्तर रेलवे में हाईटेक हुई ट्रेनों की सफाई: 22 डिब्बों वाली ट्रेन 12 मिनट में धुल जाती है, 80% पानी की बचत – Gorakhpur News
अभिजीत सिंह | गोरखपुर4 मिनट पहले
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पूर्वोत्तर रेलवे ने ट्रेनों की सफाई व्यवस्था को हाईटेक बना दिया है। गोरखपुर समेत औंड़िहार, छपरा, बनारस, गोमती नगर और सीबीगंज के कोचिंग डिपो में ऑटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट लगाए गए हैं। इस सिस्टम से अब 22 डिब्बों वाली एक ट्रेन को महज 10 से 12 मिनट में पूरी तरह धो दिया जा रहा है।
दरअसल, पहले एक रेक को मैन्युअल तरीके से धोने में 180 मिनट लगते थे और 6600 लीटर पानी खर्च होता था। नई मशीनों से अब वही सफाई केवल 1320 लीटर पानी में हो रही है। यानी 80 फीसदी पानी की बचत हो रही है। ऑटोमैटिक वाशिंग सिस्टम के आने से कर्मचारियों का लोड भी घटा है। पहले 6 कर्मचारी एक रेक धोते थे, अब सिर्फ 3 की जरूरत पड़ रही है।
भविष्य में और स्टेशनों पर भी तैयारी
पूर्वोत्तर रेलवे का लक्ष्य है कि आने वाले समय में और भी स्टेशनों पर ऑटोमैटिक कोच वाशिंग प्लांट लगाए जाएं। इससे सफाई की गुणवत्ता में सुधार के साथ पर्यावरण की भी सुरक्षा होगी।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि आधुनिक वाशिंग प्लांट से न सिर्फ समय बचेगा, बल्कि ट्रेनों की सफाई भी स्टैंडर्ड के अनुसार होगी। यात्रियों को साफ-सुथरे कोच में सफर करने का बेहतर अनुभव मिलेगा।