Bhakiyu’s ultimatum on farmers’ problems | किसानों की समस्याओं पर भाकियू का अल्टीमेटम: गन्ना भुगतान, गुलदार और नकली यूरिया समेत कई मुद्दों पर जल्द वार्ता नहीं हुई तो होगा आंदोलन – Bijnor News


जहीर अहमद | बिजनौर2 मिनट पहले

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बिजनौर में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिलाध्यक्ष सुनील प्रधान ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि किसानों की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

किसान सेवा सहकारी समिति में आयोजित प्रेस वार्ता में सुनील प्रधान ने कई अहम मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि गन्ना लिए जाने के बाद भी किसानों को भुगतान नहीं किया जाना सीधे तौर पर किसानों के साथ धोखा है। उन्होंने मांग की कि ऐसी मिलों के मालिकों पर बुलडोजर कार्रवाई की जाए।

उन्होंने जनपद में गुलदार द्वारा किसानों पर हो रहे हमलों को लेकर भी चिंता जताई। कहा कि वन विभाग इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है, जबकि गुलदार किसानों की जान ले रहे हैं।

प्रधान ने नकली यूरिया की बिक्री को लेकर भी नाराजगी जताई और कहा कि इससे न केवल फसल, बल्कि जमीन भी बर्बाद हो रही है। साथ ही उन्होंने विद्युत विभाग पर भी निशाना साधा। उनका आरोप था कि विभाग के अधिकारी किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं करते और स्मार्ट मीटर लगाकर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि संगठन नलकूपों और ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर नहीं लगने देगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यदि शहरी क्षेत्र के लोग भी इसका विरोध करते हैं, तो संगठन उनके साथ भी खड़ा रहेगा।

प्रेस वार्ता में ड्राइविंग लाइसेंस के नाम पर हो रही अवैध वसूली का मुद्दा भी उठाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि परिवहन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से युवाओं से 5 से 7 हजार रुपये ट्रेनिंग के नाम पर वसूले जा रहे हैं। अगर कोई पैसे नहीं देता, तो उसे किसी न किसी बहाने से फेल कर दिया जाता है, भले ही वह वाहन चलाने में पूरी तरह सक्षम हो।

बिलाई चीनी मिल द्वारा गन्ना भुगतान न किए जाने को लेकर भी संगठन ने कड़ा ऐतराज जताया। सुनील प्रधान ने कहा कि जब 2014 में एक बड़ा आंदोलन हो चुका है, तो इस बार उससे भी बड़ा आंदोलन करने के लिए संगठन तैयार है।

उन्होंने कहा कि जनपद में वाहनों के चालान एक बड़ी समस्या बन गए हैं। हर 50 मीटर की दूरी पर यातायात पुलिस खड़ी मिलती है, लेकिन उनका ध्यान व्यवस्था सुधारने पर नहीं, बल्कि चालान करने पर रहता है। नगरीय क्षेत्र में भी बेवजह चालान कर दिए जाते हैं। अगर कोई अपनी गली से बाहर कुछ सामान लेने भी जाता है, तो क्या वह सिर्फ इतने से काम के लिए हेलमेट पहनकर और कागज लेकर जाएगा?

चकबंदी और तहसीलों में किसानों से की जा रही ज़बरदस्ती वसूली पर भी नाराजगी जताई गई। उन्होंने बताया कि जल्द ही इन सभी मुद्दों को लेकर जिला प्रशासन से वार्ता की जाएगी। यदि प्रशासन ने कोई कोताही बरती, तो एक ऐतिहासिक आंदोलन किया जाएगा।

इस अवसर पर युवा जिलाध्यक्ष मनप्रीत संधू, मीडिया प्रभारी संदीप त्यागी सहित कई अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।



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