Flood of Shiv Bhakti at Meerut Toll Plaza | मेरठ टोल प्लाजा पर बढ़ी कांवड़ियों की संख्या: महाकाल कॉरिडोर से लेकर रामलला मंदिर की झांकी में बैठकर आ रहे भोलेनाथ – Meerut News


मेरठ- दिल्ली हाईवे पर कांवड़ियों की संख्या बढ़ने लगी है। मेरठ से दिल्ली और ग्रेटर नोएडा तक, हर कांवड़िए की कहानी अपने आप में अनूठी है। कोई अपनी मन्नत पूरी होने की खुशी में जल लेकर आ रहा है, तो कोई शारीरिक अक्षमता को चुनौती देते हुए भगवान शिव की भक्ति म

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शिव और खुशबू: भाई-बहन की भक्ति और बड़े सपने

शिवा ने आठवीं कक्षा में 88% अंक लाकर अपनी मन्नत पूरी की

शिवा ने आठवीं कक्षा में 88% अंक लाकर अपनी मन्नत पूरी की

मेरठ के मलियाना निवासी शिवा ने आठवीं कक्षा में 88% अंक लाकर अपनी मन्नत पूरी की है। शिव ने ठाना था कि पास होने पर वह भगवान शिव की कांवड़ लाएंगे। इस बार शिव अपनी 8 साल की छोटी बहन खुशबू और मजदूरी करने वाले पिता के साथ कलश लेकर कांवड़ यात्रा में शामिल हुए। शिव का सपना है पुलिस बनकर देश की सेवा करना, जबकि खुशबू डॉक्टर बनकर लोगों की जिंदगी संवारना चाहती है। इस भाई-बहन की जोड़ी की भक्ति और उनके सपनों की उड़ान हर किसी को प्रेरित करती है।

विजय कुमार: विकलांगता को मात देती भक्ति

2007 में एक हादसे में अपना एक पैर खोने के बावजूद, विजय पिछले 6 साल से पैदल जल लेकर आ रहे है

2007 में एक हादसे में अपना एक पैर खोने के बावजूद, विजय पिछले 6 साल से पैदल जल लेकर आ रहे है

दिल्ली के विजय कुमार की कहानी हर किसी को हैरान कर देती है। 2007 में एक हादसे में अपना एक पैर खोने के बावजूद, विजय पिछले 6 साल से लगातार कांवड़ यात्रा में पैदल जल लेकर आ रहे हैं। उनकी भगवान शिव में अटूट श्रद्धा उन्हें हर साल इस यात्रा के लिए प्रेरित करती है। विजय कहते हैं, “शिव की भक्ति मेरी ताकत है, जो मुझे हर मुश्किल से पार कराती है।”

हरेंद्र शर्मा: राम मंदिर की भव्य कांवड़

8 लाख रुपये की लागत से बनी राममंदिर वाली अनूठी कांवड़

8 लाख रुपये की लागत से बनी राममंदिर वाली अनूठी कांवड़

हल्द्वानी, ग्रेटर नोएडा के हरेंद्र शर्मा अपने 40 लोगों के समूह के साथ राम मंदिर की संरचना वाली कांवड़ लेकर यात्रा में शामिल हैं। पिछले साल अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन ने उन्हें इस अनूठी कांवड़ को बनाने की प्रेरणा दी। 8 लाख रुपये की लागत से बनी यह कांवड़ भक्ति और कला का बेजोड़ नमूना है। हरेंद्र बताते हैं कि उन्होंने पहले केदारनाथ मंदिर की कांवड़ बनाई थी, और अगले साल भी वह राम मंदिर की कांवड़ ही लाएंगे।

रोहित भाटी: उज्जैन महाकाल की अनूठी कांवड़

ग्रेटर नोएडा के रोहित भाटी ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की थीम पर कांवड़ बनाई

ग्रेटर नोएडा के रोहित भाटी ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की थीम पर कांवड़ बनाई

ग्रेटर नोएडा के रोहित भाटी पिछले 12 साल से कांवड़ यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं। इस बार उन्होंने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की थीम पर कांवड़ बनाई, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखी थी। 8 से 10 लाख रुपये की लागत और 22-30 लोगों की मेहनत से बनी इस कांवड़ को फोम और पेंट से खास डिजाइन किया गया है। रोहित कहते हैं, “महाकाल की भक्ति मेरे दिल में है, और यह कांवड़ मेरी श्रद्धा का प्रतीक है।” उनकी यह मेहनत और भक्ति हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देती है।

प्रीति: मन्नत, परिवार और भक्ति का संगम

प्रीति ने मन्नत मांगी थी कि शादी के बाद वह अपने पति के साथ कांवड़ लेकर आएंगी

प्रीति ने मन्नत मांगी थी कि शादी के बाद वह अपने पति के साथ कांवड़ लेकर आएंगी

प्रीति ने मन्नत मांगी थी कि शादी के बाद वह अपने पति के साथ कांवड़ लेकर आएंगी। आज वह अपने पति राज और 3 साल की बेटी प्रियांशी के साथ इस पवित्र यात्रा में शामिल हैं। परिवार के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही प्रीति की आंखों में भक्ति का अटूट विश्वास और परिवार के लिए प्यार साफ झलकता है। उनकी यह यात्रा हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है, जो अपने वादों को निभाने के लिए हर मुश्किल को पार करता है।

टिंकू और मनीष: परिवार के साथ पूरी हुई मन्नत

टिंकू और मनीष दोनों भाई अपनी पत्नियों और बच्चों के साथ बाइक पर जल लेकर निकले

टिंकू और मनीष दोनों भाई अपनी पत्नियों और बच्चों के साथ बाइक पर जल लेकर निकले

दिल्ली के भाई टिंकू और मनीष ने मन्नत मांगी थी कि अच्छी पत्नियां और सुखी परिवार मिलने पर वे पूरे परिवार के साथ कांवड़ यात्रा में शामिल होंगे। आज दोनों भाई अपनी पत्नियों और बच्चों के साथ बाइक पर जल लेकर निकले हैं।



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