Sonbhadra’s historic Santoshi Mata temple is ready again | सोनभद्र का ऐतिहासिक संतोषी माता मंदिर फिर तैयार: 1980 में बना मंदिर जीर्णोद्धार के बाद श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा, शुरू होगी साप्ताहिक पूजा – Sonbhadra News
[ad_1]
श्रेया अग्रहरि | दुद्धि, सोनभद्रकुछ ही क्षण पहले
- कॉपी लिंक

संतोषी माता मंदिर का जीर्णोद्धार।
सलैयाडीह गांव का ऐतिहासिक संतोषी माता मंदिर श्रद्धालुओं के लिए नए रूप में तैयार हो रहा है। सिंचाई विभाग ने 1980 में इस मंदिर का निर्माण किया था। यह मंदिर दशकों से ग्रामीणों की आस्था का केंद्र रहा है।
पिछले कुछ वर्षों में रख-रखाव न होने से मंदिर की स्थिति खराब हो गई थी। दीवारों में दरारें आ गई थीं। छत से पानी टपकता था। परिसर में झाड़-झंखाड़ फैल गया था। इस कारण श्रद्धालुओं का आना-जाना रुक गया था।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि किशु सिंह ने मंदिर के जीर्णोद्धार की पहल की। उन्होंने ग्रामीणों से सहयोग मांगा। सभी ग्रामीणों ने मिलकर मंदिर की मरम्मत और सौंदर्यीकरण का काम शुरू किया। परिसर की सफाई की गई। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए चापाकल की व्यवस्था की गई।
गांव के वरिष्ठ नागरिक प्रकाश सिंह के अनुसार यह मंदिर उनके पूर्वजों की आस्था का प्रतीक है। मंदिर का जीर्णोद्धार अब अंतिम चरण में है। जल्द ही यहां साप्ताहिक पूजा और भजन-कीर्तन शुरू होंगे। त्योहारों पर विशेष आयोजन भी किए जाएंगे।
सलैयाडीह के इस मंदिर का पुनरुद्धार ग्रामीण एकता का उदाहरण बना है। ग्रामीणों के सामूहिक प्रयास से पुराने मंदिर को नया जीवन मिला है।
[ad_2]
Source link

