He put a knife on his daughter’s throat and asked her to convert to Islam | बेटी के गले पर चाकू लगाकर मुस्लिम बनने को कहते: एडीजी के यहां पहुंचा लव जिहाद का मामला, छांगुर बाबा ने डाला था धर्म परिवर्तन का दबाव – Varanasi News
पीड़ित युवक ने एडीजी से लगाई जांच की गुहार
लव जिहाद की आड़ में धर्मांतरण से जुड़ा प्रकरण सामने आया है। छांगुर बाबा की गैंग का शिकार भदोही का युवक पहुंचा एडीजी जोन वाराणसी के दफ्तर। बताया कि पहले मुस्लिम युवती ने खुद को हिंदू बताते हुए शादी की।
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राज खुला तो ससुराल वालों और छांगुर बाबा गैंग ने धर्मांतरण का दबाव बनाया। युवक को इस्लाम धर्म कुबूल करने के लिए किया जा रहा था प्रताड़ित। युवक को कलमा और नमाज न पढ़ने पर होती थी मारपीट।
बेटियों की गर्दन पर चाकू रखकर जबरन ले जाते थे मस्जिद। ससुराल में हुई थी छांगुर बाबा से हुई थी मुलाकात। छांगुर बाबा ने भी इस्लाम कबूल करने का बनाया था दबाव।
छांगुर बाबा ने लखनऊ में मुलाकात के दौरान युवक का ब्रेन वॉश करने की कोशिश की। युवक को इस्लाम कबूल करने के लिए तरह तरह के लालच दिए गए।
युवक की 5 साल की बेटी का धर्मांतरण भी करा चुका है। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए एडीजी जोन पियूष मोर्डिया ने भदोही पुलिस को एक टीम गठित कर जांच करने के आदेश दिए गए हैं।
अब पढ़िए विस्तार से पूरा मामला
भदोही निवासी युवक ने बताया-फोन पर चैटिंग के दौरान एक युवती से बातचीत शुरू हुई। उसने अपना नाम इशिता राय बताया। बातचीत के दौरान नजदीकियों के बढ़ने पर शादी का दबाव बनाया।
तय हुआ कि आर्य समाज मंदिर में शादी कर लेंगे। इशिता से जब शादी के लिए कागजात मांगे तो वह देने से इनकार करने लगी। 2017 में प्रयागराज में आर्य समाज मंदिर में शादी हुई। वहां मौजूद युवक ने खुद को इशिता के पिता रमेश राय बताया। बताया कि वह लोग मड़ियांव लखनऊ के रहने वाले हैं।
शादी के बाद खुली पोल आर्य समाज मंदिर प्रयागराज में शादी के कुछ दिनों तक तो अब ठीक रहा लेकिन इस बीच पत्नी की धार्मिक गतिविधियों पर शक हुआ तो उसने पत्नी के बैग की तलाशी ली।
बैग से जो आधार कार्ड मिला, उसे देखकर होश उड़ गए। आधार पर इशिता का असली नाम आफरिन जहां पुत्री मुन्ने खान निवासी रामलीला मैदान नौबस्ता पुलिया थाना मड़ियांव जनपद लखनऊ दर्ज था।
इशिता से जब पूछा तो उसने प्यार करने का झूठा नाटक करते हुए कहा कि वह उसे पसंद था इसलिए झूठ बोलकर शादी की। पत्नी के धर्म को भूलकर वह परिवार के साथ भदोही में ही रह रहा था।
इस बीच विवाद तब बढ़ा जब इशिता जिसका असली नाम आफरीन था, उसके रिश्तेदार सफीक खान सुलेमान खान शाहरुख खान जैद खान पुत्रगण मुन्ने खान रिहाना खातून पत्नी मुन्ने खान शी बा खातून पुत्री मुन्ने खान प्रार्थी के घर पर लगातार पत्नी के रिश्तेदार होने के नाते इन लोगों का आने जाने लगे।
जब भी ज्योतिर्मय अपने घर में पूजा पाठ करता तो हिंदू देवी देवताओं को देखकर आफरीन के रिश्तेदार नाराज होकर उसपर मुस्लिम रीति रिवाज को मानने मुस्लिम धर्म को मानने के लिए दवा बनाने लगे।
बेटी का नाम भी बदला, धर्म परिवर्तन कराया
शादी के बाद मुझे एक पुत्री हुई। जिसका नाम हिंदू रखा। पत्नी और उसके परिजन आपत्ति करने लगे और धीरे-धीरे मुस्लिम धर्म ग्रहण करने को लेकर टॉर्चर करने लगे। गाली गलौज और मारपीट हमेशा की दिनचर्या बन गई।
तरह-तरह के हथकंडे अपनाया जाने लगा गया। रोजा रखना कलमा पढ़ना, हिंदू देवी देवताओं की फोटो हटा करके अपने घर में मस्जिद का वातावरण तैयार करके पूरी तरह से मुस्लिम बनने के लिए इन लोगों ने बेटी को जान से मारने का डर दिखा करके मजबूर कर दिया।
बेटी का नाम लखनऊ ले जाकर शांति पब्लिक एप्लिकेशन स्कूल में कुंजल के स्थान पर अलीशा रख दिया और पिता का नाम नाजिम लिखवा दिया। हिंदू संस्कारों में पढ़ी लिखी थी बेटी के नाम के साथ धर्म परिवर्तन करवा दिया गया जो कि अभी मात्र 5 वर्ष की है और उसका प्रवेश यूकेजी में हुआ है। दूसरी बेटी पैदा हुई तो उसका भी नाम अफसा रख दिया।
छांगुर बाबा को टीवी पर देखा तो पहुंचा पुलिस के पास
लव जिहाद में फंसे युवक को मस्जिदों के मौलाना को बुलाकर मुस्लिम धर्म की खूबी गिनाकर विभिन्न विभिन्न लालच और लोभ देकर के मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया जाने लगा l इस बीच उसके होश तब उड़े जब उसने टीवी पर छांगुर बाबा को देखा।
देखते ही पहचान गया कि यह वही है जिसने लखनऊ में उसपर धर्मांतरण का दबाव बनाया था। बाबा की गिरफ्तारी की सूचना मिली तो थोड़ी हिम्मत आई और वाराणसी पहुंचा एडीजी से मिलने। बताया कि जनवरी 2025 में ससुराल वालों ने उसे छांगुर बाबा से मुझे मिलवा कर मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए भी दबाव बनाया। एडीजी को दिए प्रार्थना पत्र में ज्योतिर्मय ने ससुराल वालों पर छांगुर बाबा से मिलकर हिंदुओं को फंसाकर जबरन धर्मांतरण करने वाली गैंग से मिली है।
एडीजी से पीड़ित ने गुहार लगाई है कि मुझे हिंदू धर्म छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पिछले 8 वर्षों से प्रार्थी काफी सहमा डरा है। पुत्री की हत्या का डर दिखा करके मेरे साथ वह सारे कृत्य किए गए हैं जो मेरे संस्कार और संस्कृति के विपरीत है।