World Hepatitis Day – SGPGI Director Prof. RK Dhiman gave tips on how to keep Heart Healthy, 4 crore hepatitis patients in state | वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे आज: टॉप एक्सपर्ट से जानिए लीवर को सेहतमंद रखने के टिप्स, यूपी में 4 करोड़ लोग संक्रमित – Lucknow News
हेपेटाइटिस की अनदेखी जोखिम में डालने के बराबर है। ये लीवर को डैमेज कर, जानलेवा साबित हो सकता है। फैटी लीवर को लोग अक्सर खानपान और दिन चर्या में बदलाव की वजह बताकर टाल देते हैं। लिवर से जुड़ी बीमारियों का जितनी जल्दी पता चल जाए। उतनी जल्दी इलाज देकर म
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ये कहना है, यूपी के टॉप मेडिकल संस्थान SGPGI के निदेशक पद्मश्री प्रो.आरके धीमन का। हर साल 28 जुलाई को वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे मनाया जाता है। दैनिक भास्कर ने इस अवसर पर नेशनल वायरल हेपेटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम के जनक प्रो.आरके धीमन से बातकर इस खतरनाक रोग के सभी पहलुओं को जाना। आप भी पढ़िए..क्या कहते है टॉप एक्सपर्ट..
40 करोड़ लोग हेपेटाइटिस-बी की जद में
SGPGI के निदेशक प्रो.आरके धीमन का कहना है कि देश के करीब 40 करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी और करीब 55 लाख लोग हेपेटाइटिस सी से पीड़ित है। हेपेटाइटिस को खत्म करने के लिए सरकार ने नेशनल वायरल हेपेटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम 2018 में शुरू किया था। इसके तहत रोगियों की जांच और उपचार बिल्कुल मुफ्त है।
अल्कोहलिक हेपेटाइटिस का बढ़ रहा खतरा
प्रो.आरके धीमन कहते है कि शराब के सेवन से अल्कोहलिक हेपेटाइटिस का खतरा रहता है। इसके चलते लीवर डैमेज होने के साथ सिरोसिस और लीवर कैंसर तक होने की चांस रहते है। ऐसे में ये अल्कोहल का सेवन करने वालों को ये समझना होगा कि बॉडी में लीवर के लिए अल्कोहल नुकसान दायक है। और यदि बड़ी मात्रा में इसके कोई सेवन कर रहा है तो इसके नतीजे भी गंभीर होंगे। सबसे परेशान करने वाली बात ये है कि आज की यंग जनरेशन तेजी से इसकी चपेट में आ रही है।
यहां हो रहा हेपेटाइटिस क्लिनिक का संचालन, निशुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध
SGPGI में करीब डेढ़ वर्ष पहले हेपेटाइटिस क्लिनिक में OPD की शुरुआत हुई। यहां हर रोज करीब 6 नए रोगी हेपेटाइटिस के आते हैं। जबकि पुराने रोगी 50 से अधिक होते हैं। हेपेटाइटिस बी को इलाज लम्बे समय तक चलता है। जबकि हेपेटाइटिस-सी करीब 12 हफ्ते के इलाज में ठीक हो जाता है। इसके निशुल्क जांच भी उपलब्ध है। साथ ही KGMU में भी निशुल्क जांच सुविधा है। प्रो.धीमन ने बताया कि नेशनल वायरल हेपेटाइटिस प्रोग्राम के तहत देशभर में 1200 सेंटर बनाये गए है। जहां पर हेपेटाइटिस की फ्री में जांच और इलाज की सुविधा है। इनमें सबसे ज्यादा सेंटर यूपी में है।
हेपेटाइटिस से डरे नहीं, इलाज कराएं
प्रो.आरके धीमन का कहना है कि हेपेटाइटिस से डरने की जरूरत नहीं है। यह खून के संक्रमण से बीमारी होती है। यदि किसी को जांच में हेपेटाइटिस निकलता है, तो अच्छे डॉक्टर को दिखाकर इलाज कराएं। शुरू में नियमित इलाज से बीमारी को काबू किया जा सकता है। घर के सभी सदस्य इसकी जांच कराएं। रोगी के साथ भेदभाव न करें। हेपेटाइटिस बी का टीका सभी को लगवाना चाहिए। इलाज में देरी होने पर रोगी को सिरोसिस हो सकता है। इससे जोखिम बढ़ जाता है।
लीवर को ऐसे रखे फिट
प्रो. धीमन ने बताया कि नेशनल वायरल हेपिटाइटिस कंट्रोल प्रोग्राम 2018 से चल रहा है। अब तक हेपेटाइटिस बी के 10 हजार और हेपेटाइटिस सी के 5 हजार मरीज रजिस्टर्ड हो चुके हैं। बदलते लाइफ स्टाइल के चलते अधिकांश 30 से 40 वर्ष की उम्र के मरीज ही इसकी जद में आ रहे हैं। लिवर को सेहतमंद रखने के लिए हर व्यक्ति रोज 40 मिनट तेजी से चले या इतनी देर साइकिल चलाए।