BDC could not bear the humiliation of rape allegation | रेप के आरोप की बेइज्जती नहीं झेल पाए BDC: गोली मार सुसाइड किया; प्रयागराज की महिला नहीं चाहती थी वो प्रधानी लड़े, गांव में फोर्स तैनात – Prayagraj (Allahabad) News
प्रयागराज11 मिनट पहले
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प्रयागराज में रेप के आरोपों से घिरे BDC ने 30 जुलाई को खुद को लाइसेंसी पिस्टल से गोली मार ली। 29 जुलाई को उनके घर से सिर्फ 100 मीटर दूर रहने वाली महिला ने रेप करने के आरोप लगाए थे। चूंकि BDC ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे और जिस महिला ने आरोप लगाए, वो भी प्रधानी का चुनाव लड़ना चाहती थी, ऐसे में पुलिस ने महिला की तहरीर लेकर जांच शुरू की थी।
रेप की कहानी को संदिग्ध मानते हुए पुलिस जांच कर रही थी, मगर गांव में होने वाली बेइज्जती को BDC झेल नहीं पाए और मौत का रास्ता चुन लिया। पुलिस ने सुसाइड के बाद महिला समेत 3 लोगों को अरेस्ट किया। 6 लोगों के खिलाफ FIR लिखी गई।
BDC के परिवार और गांव के लोगों ने हंगामा किया। आरोपी महिला को लेकर गांव के लोगों में गुस्सा है। इसलिए 30-35 पुलिस के जवान घर के पास तैनात किए गए है।
सवाल उठता है कि महिला ने रेप के आरोप क्यों लगाए? BDC को क्यों सुसाइड का रास्ता चुनना पड़ा? दैनिक भास्कर ऐप की टीम परिवार का दर्द बांटने के लिए 30km दूर करछना के गांव लोहदी पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट…

लोहदी गांव में दाखिल होने के बाद हमने BDC शिव शंकर पांडेय के घर का पता पूछा। लोगों ने हमें गांव के अंदर एक घर तक पहुंचा दिया। इस दौरान लोगों से बातचीत करके तीन बातें स्पष्ट हो सकीं।
पहली- BDC शिव शंकर पांडेय उर्फ दीपक पूरे गांव की मदद करते थे। लोगों के बीच उनका बहुत सम्मान था।
दूसरा- वो प्रधान का चुनाव लड़ना चाहते थे। इस बार सीट सामान्य होने पर वह खुद को कैंडिडेट की तरह पेश करने वाले थे।
तीन- महिला भी जनरल बिरादरी की है। वो भी प्रधानी का चुनाव लड़ना चाहती थी। इसकी रंजिश दोनों परिवारों के बीच थी। दोनों परिवार सिर्फ 100 मीटर दूर ही रहते हैं।

BDC के परिवार से पहले ही भारी पुलिस बल तैनात मिला।
घर के बरामदे में महिला रो रही, मां बोलीं- बेटा बोला था, बहुत बेइज्जती हो रही गांव के माहौल को समझते हुए हम एक घर तक पहुंचे। यहां 30 से 35 पुलिस के जवान मौजूद थे। घर तक आने-जाने वालों से पूछताछ हो रही थी। हम भी परिचय देने के बाद ही आगे बढ़ सके।
घर के बाहर बरामदे में महिलाएं बैठी हुई थी। परिवार की महिलाएं रो रही थीं, गांव की महिलाएं उन्हें संभाल रही थीं। हमने परिवार की महिलाओं से इस पूरे मामले को समझने का प्रयास किया।
दीपक की मां मालती देवी ने कहा- 30 जुलाई को पड़ोस में रहने वाली महिला और उसके साथ कुछ लोग भी थाने पहुंचे। मेरे बेटे दीपक के पास पुलिस का कॉल आया था। उसने हमसे कहा कि बहुत बेइज्जती हो रही है। आप महिलाएं ही थाने जाइए। उस महिला को समझाइए कि ऐसा न करे। मैं चुनाव में खड़ा नहीं होऊंगा।
इसके बाद हम घर की महिलाएं दोपहर में 2 बजे थाने पहुंची। 2.30 घंटे तक महिला से बातचीत होती रही, मगर वो मान नहीं रही थी। इसी दौरान घर से कॉल आया कि जल्दी वापस आ जाओ, यहां दीपक ने खुद को गोली मार ली है।
हम लोग घर पहुंचे। दीपक के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़कर देखा तो जमीन पर खून ही खून था। दीपक बेसुध जमीन पर पड़ा था। उसकी मौत हो चुकी थी।

मां ने हाथ जोड़कर कहा- हमारा तो बेटा चला गया, मगर जिन लोगों ने ऐसा करने को मजबूर किया, उन्हें सजा होनी चाहिए।
पत्नी बोलीं- महिला ने धमकाया था, चुनाव छोड़ दो, नहीं तो फंसा देंगे दीपक की पत्नी बीना देवी कहती हैं- वो 2 दिन से बहुत परेशान थे। हम लोग पूछ भी रहे थे, मगर वो कुछ बता नहीं रहे थे। वो 15 साल से बीडीसी थे। वह पिछली बार प्रधान का चुनाव लड़ना चाहते थे, मगर गांव की पंचायत के बाद वह नहीं लड़े थे। इस बार सीट सामान्य होने वाली थी। वो प्रधानी का चुनाव लड़ना चाहते थे। हमारे घर से 100 मीटर दूर रहने वाली महिला भी चुनाव लड़ना चाहती है, वह लगातार दबाव बना रही थी कि दीपक चुनाव में न खड़े हो।
दबाव बनाने के लिए धमकी दी गई थी कि या तो तुम्हें मरवा दिया जाएगा नहीं तो झूठे मुकदमे में फंसा देंगे। आखिरकार महिला ने यही किया। वो इतना परेशान हो गए कि खुद को ही खत्म कर लिया।

पत्नी बीना देवी ने कहा- मेरा जो नुकसान हुआ है, अब उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता है।
बेटी ने कहा- फोन पर बात करते हुए पापा कमरे में गए, फिर गोली की आवाज आई अब हमने 29 जुलाई को सुसाइड के वक्त क्या हुआ? ये पता करने के लिए बेटी शिखा से बात की। उसने कहा कि दोपहर में करीब 1:30 बजे के आसपास किसी का फोन आया और वह बात करते हुए अपने कमरे में चले गए।
फिर कमरा अंदर से बंद कर लिया। फोन पर बात करते–करते ही उन्होंने खुद को गोली मार ली। आवाज सुनकर हम लोग कमरे की तरफ दौड़े तो कमरा अंदर से बंद था। दरवाजा पीटना शुरू किया लेकिन कोई आहट नहीं मिली। इसके बाद चाचा दौड़कर दरवाजे के पास पहुंचे और दरवाजे को तोड़ा। दर पापा जमीन पर खून से लतपथ पड़े हुए थे।

बेटी शिखा ने कहा- पापा परेशान रहते थे, मगर कुछ बताते नहीं थे।
बेटे ने कहा- कोई भी ऐसी बेइज्जती कैसे झेलेगा बेटे अंकुश ने बताया- हमारे पापा कमजोर नहीं थे। उनके ऊपर बहुत दबाव बनाया जा रहा था। वही तीन बार बीडीसी चुने गए थे। इस बात प्रधानी चुनाव की तैयारी रहे थे। परिवार की महिला उन्हें चुनाव लड़ने से मना के रही थी। जबकि पापा ने भी उस महिला को चुनाव लड़ने से मना किया था। इसके बाद महिला ने थाने में तहरीर दे दी, पापा की गांव में बहुत बेइज्जती हुई। किसको समझाने जाते कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया, कोई मानता भी नहीं। फिर उन्होंने वही किया जो एक ग़ैरतमंद आदमी करता है।
दूसरे बेटे अंकुर ने बताया कि पापा कंस्ट्रक्शन मैटीरियल की सप्लाई का काम करते थे। मार्केट में उनका लाखों रुपए लोगों के पास बैलेंस था। जब वह लोगों से अपना रुपया मांगते थे, तो लोग पैसा देने के बजाए उन्हें धमकी दिया करते थे। जिसको लेकर पापा परेशान रहते थे।

बेटे अंकुश ने कहा- अब हम पुलिस, कोर्ट-कचहरी में लड़ाई लड़ेंगे, मगर पिता को इंसाफ दिलाएंगे।
अब महिला ने क्या आरोप BDC पर लगाए, ये जानिए बाजार से लौटते हुए मुझे खेत में घसीट ले गए
मैं 29 जुलाई की रात 8 से 9 बजे के बीच कुछ काम के लिए पैदल ही घर से बाहर निकली थी। जब वापस आ रही थी, तब शिव शंकर पांडेय, मुनीम उपाध्याय और डब्बू उपाध्याय ने मेरा पीछा किया, वो दो काली रंग की बाइक पर थे।
उन्होंने मुझे रोककर धमकाया- हमने तुझे मना किया कि प्रधान की लड़ाई में मत पड़, फिर भी क्यों नहीं मान रही है। अगर तू नहीं मानी, तो तुझे अपनी रखैल बना लेंगे। कोई तुझे वोट नहीं देगा। मेरे साथ धक्का मुक्की की। गालियां दी। मुझे खेत पर घसीटकर ले गए। मेरा मुंह दबाकर मुझे चिल्लाने से रोका। डब्बू ने मेरे सिर पर किसी चीज से हमला किया। इन लोगों ने मेरा रेप करने का प्रयास किया। मैं जोर-जोर से चिल्लाने लगी, तब आरोपी डरकर भाग निकले।

घर के अंदर महिला विलाप कर रही थी। परिवार की महिलाओं को संभालती हुई दिखी।
अब पुलिस जांच जानिए… रेप के आरोपों को संदिग्ध मानकर जांच की करछना थाने पर 29 जुलाई को महिला ने अपने साथ मारपीट, धमकी और रेप की कोशिश करने की तहरीर दी। पुलिस ने FIR नहीं लिखी। बल्कि जांच शुरू की। इससे पहले कि आरोपों को लेकर कोई फैक्ट सामने आता, शिव शंकर पांडेय ने सुसाइड कर लिया। BDC के परिवार की तहरीर आने पर महिला, रोहित शर्मा, जय प्रकाश शर्मा, ओम प्रकाश, रोहित कुमार, वात्सल्य पांडेय के खिलाफ FIR लिखी गई।
पुलिस ने महिला समेत 3 लोगों को अरेस्ट किया। बाकी लोग घर छोड़कर भागे हुए हैं। अभी तक की जांच में सामने आया है कि BDC ने महिला के साथ रेप नहीं किया था।

पुलिस ने आरोपी महिला को अरेस्ट किया है। वह पुलिस कस्टडी में खामोश रही।
डीसीपी बोले- हमारी जांच अभी चल रही है… DCP यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने बताया– महिला ने दीपक पांडेय और मुनीम उपाध्याय के खिलाफ छेड़छाड़ और मारपीट की तहरीर दी गई। कल दोनों पक्षों को थाने पर बुलाया गया था महिला कुछ लोगों के साथ थाने पहुंची हुई थी जबकि दीपक की पत्नी और मां थाने पर गई हुई थी। वहां पर काफी देर तक बातचीत हुई लेकिन इस मामले में दीपक थाने नहीं आया था। दीपक ने घर पर ही खुद को गोली मार ली। महिला को अरेस्ट किया है। उससे पूछताछ की गई है। पूरा मामला चुनाव की रंजिश का है। महिला और आरोपियों को जेल भेजा गया है। …………….. यह भी पढ़ें :
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