Grassland of Jhansi made leaf meal for cattle | झांसी के ग्रासलैंड ने बनाया गोवंश के लिए लीफ मील: मवेशियों की सेहत और दूध के उत्पादन में एनर्जी बूस्टर का काम करेगा फॉर्मूला – Jhansi News
झांसी और बुंदेलखंड के गोवंश को सेहतमंद बनाने और दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी करने के लिए झांसी के वैज्ञानिकों ने सस्ता फार्मूला तैयार किया है। चमत्कारी पेड़ कहे जाने वाले सहजन की पत्तियों से तैयार किए गए लीफ मील से पशुओं में प्रोटीन और जिंक की मात्रा
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केंद्र और प्रदेश सरकार सहजन वृक्ष को लगाने पर बढ़ावा दे रही है। इस पेड़ को आमतौर पर भोजन और चिकित्सा के लिए उपयोगी माना जाता है। वहीं, झांसी के चारागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने इसे पशुओं के लिए उपयोगी बनाते हुए सहजन लीफ मील तैयार किया है। इसके लिए ग्रासलैंड में सहजन के पौधोें को 50-50 और 30-30 सेमी की दूरी पर लगाया गया। कुछ समय बाद पौधों का विकास होने पर इसकी पत्तियों और मुलायम तने को तोड़कर, काटकर और सुखाकर पाउडर के तौर पर लीफ मील तैयार किया गया। वैज्ञानिकों ने इस लीफ मील को गोवंश को आहार के तौर पर दिया। पशुओं के परीक्षण के बाद पाया गया कि उनमें प्रोटीन, जिंक और फाइबर की मात्रा में वृद्धि हुई। जिससे दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी हुई। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह पशु आहार पशुपालकों को काफी सस्ता पड़ेगा। आमतौर पर पशु आहार 10-15 रुपये किलो में आता है, लेकिन लीफ से बना पशु आहार दो रुपये किलो तक पड़ेगा।
दूध से अधिक प्रोटीन देता है सहजन
सहजन का पारंपरिक प्रयोग सब्जी के तौर पर होता है। वैज्ञानिक बताते हैं कि इसकी पत्तियों में संतरे से अधिक विटामिन सी, केले से अधिक पोटेशियम और अंडे-दूध से अधिक प्रोटीन होता है। पत्तियों में 21.53 फीसद क्रूड प्रोटीन, 24.07 फीसद एसिड डिटर्जेंट फाइबर,17.55 फीसद न्यूट्रल डिटर्जेंट फाइबर होता है। भारत हर साल 1-2.2 मिलियन टन सहजन का उत्पादन करता है।
सूखे की स्थिति में भी मिलेगा चारा
सहजन से चारे का उत्पादन पूरे साल किया जा सकता है। सूखे की स्थिति में भी यह पेड़ विकसित होता है। दो से तीन किलो पत्तियों में आराम से पशुओं के लिए चारे की उपलब्धता हो जाती है। ग्रासलैंड के वैज्ञानिक पशुपालकों को इसे अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।सहजन लीफ मील को पशुपालक आराम से तैयार कर सकते हैं। यह कम पानी वाली जमीन पर भी लगाया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने प्रयोग के बाद पाया है कि सहजन लीफ मील से पशुओं में प्रोटीन, जिंक की मात्रा बढ़ती है। जोकि दुग्ध उत्पादन बढ़ाने में सहायक है।