The problem of hair fall increases during the rainy season | बरसात के मौसम में बाल झड़ने की समस्या बढ़ी: हैलट की ओपीडी में 15 प्रतिशत मरीज इसी समस्या के, डॉक्टर बोले-बाल गीले तो आएगा गंजापन – Kanpur News
ओपीडी में परामर्श देते डॉ. श्वेतांक।
मौसम के साथ-साथ अलग-अलग तरह की लोगों को समस्याओं का भी सामना करना पड़ता हैं। वैसे बरसात के मौसम में नमी रहने के कारण स्किन से संबंधित बीमारियां अधिक होने लगती हैं, लेकिन इसके साथ-साथ बाल झड़ने की समस्या भी काफी आती हैं।
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इन दिनों गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज कानपुर के हैलट अस्पताल की स्किन रोग विभाग की ओपीडी में दाद, खाज, खुजली के अलावा बाल झड़ने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ गई हैं। करीब 15 प्रतिशत मरीज इस समस्या को लेकर आ रहे हैं।

स्किन रोग विभाग की ओपीडी में लगी लोगों की भीड़।
गीले न रखे अपने बाल
स्किन रोग विशेषज्ञ डॉ. श्वेतांक ने बताया कि मानसून के मौसम में गीले बाल झडने की समस्या एक आम समस्या है। गीले बालों में कंघी करने से बाल आसानी से टूट सकते हैं, क्योंकि बाल गीले होने पर कमजोर हो जाते हैं।
डॉक्टरों से ले सलाह
उन्होंने बताया कि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बालों का झडना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन बाल बहुत ज्यादा झड़ रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह लेना उचित है। मानसून में कभी भी बारिश हो जाती है। ऐसे में कई बार आपके बाल गीले हो जाते हैं।
ऐसे में बालों को खुला छोडने की वजह, बालों को बांध लेती हैं। बता दें कि इससे सिर की त्वचा या यूं कहें कि स्कैल्प में नमी बरकरार रहती है। इससे बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं और स्कैल्प में इंफेक्शन का खतरा बढ़ने लगता है।
पोषक तत्वों की कमी
डॉ. श्वेतांक ने बताया कि बालों की समस्या का बहुत बड़ा कारण शरीर में पोषक-तत्वों की कमी। ऐसे में अगर आपके शरीर में आयरन, विटामिन-डी और बायोटिन का लेवल कम होता है, तो बाल जरूरत से ज्यादा झडने लगते हैं।
ऐसे में आपको अपनी डाइट में आयरन और विटामिन-डी युक्त फूड्स को शामिल करना चाहिए। इससे बालों के झडने की समस्या से बचा जा सकता है। मौसमी फल, घी, नारियल और आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ा सकते हैं।