Yamuna is 22 centimeters below the danger mark | यमुना खतरे के निशान से 22 सेंटीमीटर नीचे: वृंदावन में परिक्रमा मार्ग में आया पानी, जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना – Mathura News
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यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई तो भक्त आनंदित हो गए,यमुना जल में स्नान करता एक भक्त
लगातार हो रही बारिश के कारण घाटों से दूर हो चुकी यमुना नदी का जल अब घाटों पर हिलोरे मार रहा है। यमुना के जलस्तर में हुई बढ़ोत्तरी के बाद पानी वृंदावन के केशी घाट पर परिक्रमा मार्ग में पहुंच गया है। यहां लोग 2 से 3 फीट पानी में होकर परिक्रमा लगा रहे ह
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165.20 है खतरे का निशान
मथुरा के प्रयाग घाट पर यमुना के जलस्तर को मापने के लिए मीटर लगा है। यहां यमुना का जल स्तर सोमवार रात को 164.98 मीटर था। जो कि खतरे के निशान से 22 सेंटीमीटर नीचे है। दिल्ली के ओखला और हरियाणा के ताजे बाला बांध से और अधिक पानी डिस्चार्ज किया गया तो यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है। हालांकि अभी ऐसी कोई स्थिति नहीं है।

जल बढ़ने से यमुना अपने स्वरूप में नजर आ रही है
ताजे वाला और ओखला बैराज से छोड़ा जा रहा पानी
पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश के कारण हरियाणा का ताजे वाला बैराज और दिल्ली का ओखला बैराज ओवर फ्लो चल रहा है। जिसके कारण वहां से पानी का लगातार डिस्चार्ज किया जा रहा है। सिंचाई विभाग के बाढ़ कंट्रोल रूम के अनुसार ओखला बैराज से 26672 और ताजे वाला से 25920 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। वहीं हिंडन बांध से यमुना में 1965 क्यूसेक पानी मथुरा की तरफ छोड़ा जा रहा है।

यमुना का पानी केशी घाट पर परिक्रमा मार्ग में पहुंच गया,जिसके बीच से परिक्रमा देते भक्त
गोकुल बैराज पर यह है स्थिति
सिंचाई विभाग के बाढ़ कंट्रोल रूम के अनुसार गोकुल बैराज पर अप में यमुना 163.47 और डाउन में 163 मीटर पर बह रही है। यहां से 28235 क्यूसेक पानी आगरा की तरफ डिस्चार्ज किया जा रहा है। हालांकि मथुरा में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है लेकिन जिलाधिकारी ने सभी तहसीलों को अलर्ट कर दिया है।

गोकुल बैराज से आगरा की तरफ यमुना जल डिस्चार्ज किया जा रहा है
यमुना का जलस्तर देख आनंदित हुए भक्त
यमुना के जलस्तर में हुई बढ़ोत्तरी के कारण अब यमुना अपने रूप में नजर आ रही है। लगातार प्रदूषित होती जा रही यमुना का जल अब शुद्ध नजर आ रहा है। जिसे देख यमुना भक्त आनंदित है। भक्त यमुना में स्नान कर रहे हैं,वहीं परिक्रमा देने वाले यमुना के पानी में होकर निकल रहे हैं। परिक्रमा दे रहे एक श्रद्धालु ने बताया कि मां यमुना की कृपा हुई है। ऐसा स्वरूप हमेशा बना रहे।
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