The bridge in Shahabad was submerged due to flood in Hardoi | हरदोई में सुखेता की बाढ़ से शाहाबाद में पुल डूबा: गर्रा भी उफान पर, 150 बीघा खेत डूबे, 7 गावों से संपर्क टूटा, 50 हजार आबादी प्रभावित – Hardoi News
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फैजी खान | हरदोई3 मिनट पहले
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हरदोई में लगातार हो रही बारिश और बैराजों से छोड़े जा रहे पानी ने शाहाबाद तहसील क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी है। ग्राम पंचायत पारा समेत कई गांव बाढ़ के मुहाने पर खड़े हैं। गांव के सभी मजरे बाढ़ की दहशत से जूझ रहे हैं। कच्चे मकान गिर गए हैं। लोग घर छोड़कर सड़क किनारे शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। ग्रामीणों ने सरकार से तत्काल राहत और पुनर्वास की मांग की है।
सुखेता नदी में जलस्तर बढ़ने से शर्मा और मिठनापुर गांव के पास स्थित पुल पानी में डूब गए हैं। इसके चलते करीब सात गांवों का सड़क मार्ग से संपर्क पूरी तरह टूट गया है। प्रभावित गांवों में शर्मा, मिठनापुर, फतेहपुर शिव गुलाम, धर्मापुर, झरसा आलम, झरसा केसरी और बिलालपुर शामिल हैं। इन गांवों के पचास हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।

प्रभावित गांवों में लोगों को रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं भी नहीं मिल पा रही हैं। बच्चों की पढ़ाई ठप हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से ऊंचे पुल निर्माण की मांग के बावजूद काम नहीं हुआ है। इस कारण हर साल यह संकट खड़ा होता है।
पाली क्षेत्र में गर्रा नदी के बढ़ते पानी ने कहारकोला गांव के लोगों में दहशत फैला दी है। गांव जाने वाले लिंक मार्ग की मिट्टी कटकर गड्ढा बन गया है। यहां करीब तीन हजार की आबादी बाढ़ के खतरे में है। बिलग्राम के राजघाट पर गंगा का जलस्तर सामान्य है। कांवड़ यात्रा प्रभावित नहीं हुई है।
मंगलवार को हरिद्वार बैराज से 1,43,624 क्यूसेक, नरौरा बैराज से 80,447 क्यूसेक और ड्यटी डैम पीलीभीत से 5,499 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे गंगा और गर्रा नदी का जलस्तर बढ़ा है। पांचाल घाट पर गंगा चेतावनी बिंदु से 20 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। शाहजहांपुर के मुमोक्ष आश्रम पर गर्रा में 25 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
एसडीएम शाहाबाद अंकित तिवारी ने बाढ़ संभावित गांवों का निरीक्षण किया है। उन्होंने राजस्व विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। लगातार मॉनिटरिंग करने और दवाओं के पर्याप्त इंतजाम रखने के भी निर्देश दिए गए हैं।
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