Shri Krishna Janmashtami was celebrated with great pomp in Ayodhya | अयोध्या में धूमधाम से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई गई: 1000 से अधिक स्थानों पर भजन-कीर्तन, मंदिरों से लेकर कारागृह तक उत्सव का माहौल – Ayodhya News
विजय पाठक | अयोध्या2 मिनट पहले
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भगवान श्रीकृष्ण के 5252वें जन्मोत्सव के अवसर पर अयोध्या में अपार उत्साह और भक्ति का माहौल देखने को मिला। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक के मठ-मंदिरों में भजन-कीर्तन, पूजा-पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। जिले के करीब 1000 स्थानों पर भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया गया, जिसने इस पावन अवसर को और भी विशेष बना दिया।
मध्यरात्रि में जयकारों से गूंजा अयोध्या
मध्यरात्रि 12 बजे जैसे ही भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का क्षण आया, मंदिरों और पूजा स्थलों पर भक्तों की जयकारों से पूरा परिसर गूंज उठा। इस दौरान भक्तों ने ‘नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की’ जैसे भजनों के साथ भगवान का स्वागत किया। कलाकारों ने पारंपरिक सोहर गीत ‘जुग जुग जिए सो ललनवा, भवनवा के भाग जागल हो’ की भावपूर्ण प्रस्तुति दी, जिसने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
नाटकों के माध्यम से श्रीकृष्ण की लीलाओं का मंचन
जन्माष्टमी के अवसर पर विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कलाकारों ने नाटकों के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं और कंस द्वारा उनके माता-पिता, देवकी और वसुदेव पर किए गए अत्याचारों का जीवंत मंचन किया। इन नाटकों ने भक्तों को भगवान की लीलाओं के प्रति और अधिक श्रद्धा से जोड़ा।
व्रत और प्रसाद वितरण
बड़ी संख्या में भक्तों ने जन्माष्टमी का व्रत रखा और भगवान के जन्म के बाद ही जलपान किया। शाम से ही मंदिरों और पूजा स्थलों पर प्रसाद ग्रहण करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। माखन, मिश्री, पंजीरी और अन्य पारंपरिक व्यंजनों का प्रसाद भक्तों में वितरित किया गया।
पुलिस थानों में भी जन्मोत्सव की धूम
अयोध्या के सभी थानों में स्थित कारागृहों को भी फूलों और रंगोली से सजाया गया। पुलिसकर्मियों ने भी उत्साह के साथ देवकीनंदन श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया। इस दौरान भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना के कार्यक्रम आयोजित किए गए। मिल्कीपुर विधायक ने की पूजा-अर्चना
मिल्कीपुर विधायक चंद्रभान पासवान ने मां कामाख्या धाम में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने भक्तों के साथ मिलकर भगवान की लीलाओं का गुणगान किया और इस पावन अवसर पर सभी के लिए सुख-समृद्धि की कामना की।