Flooding on the banks of Yamuna in Ghaziabad | गाजियाबाद में यमुना के किनारे बाढ़: यमुना में लगातार बढ़ रहा पानी, गाजियाबाद बागपत बार्डर के गांवों में प्रशासन अलर्ट – Ghaziabad News


यमुना नदी के किनारे बाढ़ का पानी।

गाजियाबाद में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है, हालांकि नदी का जलस्तर नियंत्रित माना जा रहा है, लेकिन प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। गाजियाबाद बागपत बार्डर के गांवों में बाढ़ आनी शुरू हो गई है, पिछले 24 घंटे में बाढ़ का पानी बढ़ा है। करीब 2

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नदी के किनारे मलीन बस्ती में लोगों के घर भी डूब गए।

नदी के किनारे मलीन बस्ती में लोगों के घर भी डूब गए।

लगातार बढ़ रहा गांवों में पानी

यमुना हथिनीकुंड बैराज से 1.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। अनुमान है कि अगले 24 घंटों में नदी का स्तर और ऊपर जा सकता है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। यहां जिला प्रशासन ने एहतियातन यमुना किनारे बसे गांवों में अलर्ट घोषित कर दिया है। पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम के जरिए ग्रामीणों को नदी किनारे जाने से रोकने की अपील की जा रही है।

लोनी क्षेत्र में यमुना के किनारे लोगों ने झोपड़ी बनाई हैं।

लोनी क्षेत्र में यमुना के किनारे लोगों ने झोपड़ी बनाई हैं।

किसानों के सामने चारे का संकट

प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि पानी की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। कई गांवों में किसानों के सामने चारे का संकट भी खड़ा है।

यमुना नदी।

यमुना नदी।

स्थानीय लोगों को सलाह दी गई है कि वे नदी किनारे न जाएं और बच्चों को भी जलधाराओं से दूर रखें। वहीं, पशुपालकों को अपने मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर रखने की हिदायत दी गई है। यहां नावों और अन्य संसाधनों को पहले से ही उपलब्ध करा दिया गया है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।



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