Shankar Kanaujia’s brother refused to perform the last rites | शंकर कनौजिया के भाई ने अंतिम संस्कार से किया इंकार: शनिवार को UP STF ने एनकाउंटर में किया था ढेर, मृतक के बेटे ने STF को दिया धन्यवाद – Azamgarh News
आजमगढ़ में शंकर कनौजिया के परिजनों ने डेड बॉडी का अंतिम संस्कार करने से किया इंकार।
आजमगढ़ में शनिवार को एक लाख के इनामी कुख्यात बदमाश शंकर कन्नौजिया को नरेहटा पुलिया के पास STF ने एनकाउंटर में मार गिराया। शंकर कन्नौजिया 14 साल से फरार था। उस पर हत्या और अपहरण के कई मुकदमे थे। हत्या के बाद लाश का सिर भी काट देता था। आजमगढ़ जिले के प
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भारत रक्षा दल ने किया एक लाख के इनामी शंकर कन्नौजिया का अंतिम संस्कार।
इसके बाद पुलिस ने जिले में लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने वाले भारत रक्षा दल के हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव से संपर्क साधा। इसके बाद राजघाट पर तमसा नदी के किनारे देर रात शंकर कनौजिया का अंतिम संस्कार किया गया। शंकर कनौजिया को शनिवार सुबह 4.30 बजे STF ने आजमगढ़-मऊ जिले के नरेहता पुलिया बॉर्डर पर मुठभेड़ में मार गिराया था। मृतक की शिनाख्त शंकर कनौजिया पुत्र लालचंद कन्नौजिया के रूप में हुई।

आजमगढ़ के नरेहता पुलिया के पास हुई थी शंकर कन्नौजिया से मुठभेड़।
आजमगढ़ के थाना रौनापार के हाजीपुर गांव का रहने वाला था। पुलिस ने शंकर कन्नौजिया के भाई कन्हैयालाल कनौजिया भाभी सरोज देवी और भतीजे सुनील कुमार को जीयनपुर थाने बुलाया। जहां से जीयनपुर थाने की पुलिस परिजनों को लेकर चक्रपानपुर मेडिकल कॉलेज पहुंची। मेडिकल कॉलेज में परिजनों की उपस्थिति में डेड बॉडी का पंचनामा कराया गया जिसके बाद डेड बॉडी को आजमगढ़ के पोस्टमार्टम हाउस लाया गया।

आजमगढ़ के पीजीआई से शंकर कन्नौजिया की बॉडी लेकर निकलती एम्बुलेंस।
जहां देर शाम पोस्टमार्टम के बाद जब पुलिस ने डेड बॉडी को परिजनों को सपोर्ट किया तो परिजनों ने डेड बॉडी लेने से साफ इनकार कर दिया। जिसके बाद सामाजिक संगठनों के माध्यम से अंतिम संस्कार कराया गया।

शंकर कनौजिया के पास से बरामद हुई थी पिस्टल और कार्बाइन।
कार्बाइन, पिस्टल और खुखरी बरामद
शंकर के पास से 9 MM की कार्बाइन, 9 MM की पिस्टल, खुखरी और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुआ है। शंकर ने 2011 में मऊ के दोहरीघाट में लूट के दौरान विंध्याचल पांडेय की गला काटकर हत्या की थी। इसके बाद से वह फरार था।

शंकर कन्नौजिया के एनकाउंटर पर बेटे कुलदीप सिंह ने STF को दिया धन्यवाद।
फरारी के दौरान कई वारदातों में उसका नाम आया, लेकिन पुलिस की पकड़ से बाहर रहा। जुलाई, 2024 में महाराजगंज में शैलेंद्र सिंह नाम के व्यक्ति का अपहरण के बाद सिर धड़ से अलग करके हत्या में भी कन्नौजिया वांटेड था। इसके बाद 17 सितंबर 2024 को वाराणसी ADG पीयूष मोर्डिया ने शंकर कन्नौजिया पर 1 लाख का इनाम घोषित किया था। तब से उसकी तलाश थी।

शंकर कनौजिया ने जिस शैलेन्द्र सिंह की 2024 में हत्या की उनकी पत्नी शकुन्तला देवी।
शैलेंद्र सिंह के बेटे ने एसटीएफ को दिया धन्यवाद जुलाई 2024 में जिन शैलेंद्र सिंह की शंकर कनौजिया ने गला काटकर हत्या कर दी थी। शंकर कनौजिया के एनकाउंटर के बाद दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए शैलेंद्र सिंह के बेटे कुलदीप सिंह ने बताया कि जिस तरह से शंकर कनौजिया ने मेरे पिता की गला काटकर हत्या की थी। आज जब यूपी एसटीएफ ने शंकर कनौजिया का एनकाउंटर कर दिया है तो मुझे बहुत खुशी है। इसके लिए मैं अपने परिवार की तरफ से एसटीएफ को धन्यवाद व्यापित करता हूं।

आजमगढ़ में 9 मुकदमे का आरोपी शंकर कन्नौजिया STF से मुठभेड़ में ढेर।
शंकर पर आजमगढ़–मऊ में 10 मुकदमे, शादी नहीं हुई शादी
शंकर कन्नौजिया पर हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, लूट, धमकी, आर्म्स एक्ट के कुल 10 मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें तीन मुकदमे आजमगढ़ के रौनापार और जीयनपुर थाने में, जबकि 6 मुकदमे मऊ के दोहरीघाट थाने में दर्ज हैं। शंकर कन्नौजिया की शादी नहीं हुई थी। उसके मां-पिता की मौत हो चुकी है। घर में भाई, भाभी और उनके बच्चे रहते हैं।

शंकर कन्नौजिया का भाई कन्हैयालाल बोला शंकर ने बर्बाद किया जीवन।
भाई बोला– शंकर ने हमारा जीवन बर्बाद किया
बड़े भाई कन्हैयालाल ने बताया- जब शंकर 6 महीने का था, तब मां की मौत हो गई थी। नानी के घर उसका पालन पोषण हुआ। बचपन से ही उसकी संगत बिगड़ गई। इसी कारण अपराध में फंसता चला गया। उसने हम लोगों को बर्बाद कर दिया। उसके कारण घर पर कई बार कुर्की हुई। हम लोग थाने, पुलिस और कचहरी दौड़ते रह गए। उसने हम लोगों का भी जीवन बर्बाद कर दिया।

शंकर कन्नौजिया की मौत के बाद पुलिस ने परिजनों को बुलाया।
अब हत्या की 2 वारदातों को जानिए–
1.) 2011 में मार्शल गाड़ी बुक कराई, फिर रोहतास पांडे की हत्या कर दी
शंकर कनौजिया ने 2011 में बिहार के रोहतास के रहने वाले विंध्याचल पांडे की हत्या कर दी थी। विंध्याचल पांडे अपनी मार्शल UP70W085 से निकले थे। इसी दौरान मऊ के रामपुर दंगोली में विंध्याचल पांडे की गाड़ी शिव शंकर कन्नौजिया ने बुक कराई और हत्या कर दी। इस मामले में विंध्याचल पांडे के भाई विश्वजीत पांडे ने मऊ जिले के दोहरीघाट थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे के आधार पर 2011 में ही मऊ पुलिस ने शंकर कन्नौजिया पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई की थी।

आजमगढ़ का राजकीय मेडिकल कॉलेज जहां शंकर कन्नौजिया ने तोड़ा दम।
2.) जुलाई 2024 में पिकअप ड्राइवर का सिर धड़ से अलग किया था
आजमगढ़ के लाटघाट-रौनापार मार्ग पर जुमराती नाम के व्यक्ति के घर 14 जुलाई 2024 को सिर कटा धड़ बरामद हुआ था। जेब से मिले कुछ कागजात के आधार पर लाश की पहचान आजमगढ़ के महाराजगंज थाना क्षेत्र के देवारा निवासी पिकअप ड्राइवर शैलेंद्र के रूप में हुई।

आजमगढ़ में दैनिक भास्कर से बोला शंकर कन्नौजिया का भाई कन्हैयालाल, भाई ने किया बर्बाद।
इस घटना को शंकर कन्नौजिया और उसके दो साथी रामछवि निवासी दोहरीघाट और छांगुर निवासी जीयनपुर ने अंजाम दिया था। रामछवि और छांगुर लाश मिलने के बाद अरेस्ट हो गए। शंकर कन्नौजिया फरार था। पिकअप लूटने के लिए इन लोगों ने हत्या की थी। धड़ जुमराती की मिलीभगत से उसके घर पर छिपा दिया था। इस हत्याकांड के बाद वाराणसी जोन के ADG पीयूष मोर्डिया ने शंकर कन्नौजिया पर एक लाख का इनाम घोषित किया था।