Dadhikando Fair of Sulemsarai of Prayagraj | प्रयागराज के सुलेमसराय का दधिकांदो मेला: रामदल की शोभायात्रा से हुआ आगाज, डिजिटल लाइटिंग और झांकियों से सजा मेला – Prayagraj (Allahabad) News
सचिन प्रजापति | प्रयागराज3 मिनट पहले
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प्रयागराज के सुलेमसराय में दधिकांदो मेले की शुरुआत होते ही पूरे इलाके में रौनक छा गई। मेले का आगाज़ राम दल की शोभायात्रा से हुआ, जिसके साथ ही श्रद्धालुओं और दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। चारों ओर ढोल-नगाड़ों और शंखनाद की गूंज के बीच बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने मेले का आनंद लेना शुरू किया।

बच्चों और बड़ों के लिए लगे झूले, नाव, मौत का कुआं और खिलौनों की दुकानें भीड़ का केंद्र बनी हुई हैं। हर तरफ हंसी-खुशी का माहौल है। खाने-पीने की दुकानों पर प्रयागराज की प्रसिद्ध खाजा और सोहन पपड़ी की मिठास लोगों को अपनी ओर खींच रही है। चाट, गोलगप्पे, जलेबी और अन्य व्यंजनों की खुशबू से मेला परिसर महक रहा है।
सांस्कृतिक मंच पर लगातार प्रस्तुतियां चल रही हैं। कहीं भजन-कीर्तन और लोकगीतों की गूंज है तो कहीं रंग-बिरंगे नाट्य मंचन और चौकियां दर्शकों को बांधे रखती हैं। श्रीकृष्ण और बलराम की झांकियों तथा विशेष शोभायात्राओं ने मेले के वातावरण को भक्ति रस से भर दिया है।

महिलाओं के लिए श्रृंगार सामग्री और घरेलू सामान की सजी-धजी दुकानें अलग ही आकर्षण का केंद्र हैं। बच्चों के चेहरे पर उत्साह और मिठाइयों की मिठास उनके मेले के अनुभव को और भी खास बना रही है।
भीड़ की चहल-पहल के बीच मेले को और भव्य बनाने के लिए इस बार डिजिटल लाइटिंग और सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम किए गए हैं। शाम ढलते ही रोशनी से जगमगाते झूले और सजावट पूरे मेले को अद्भुत दृश्य प्रदान करते हैं।

दधिकांदो मेला आज भी प्रयागराज का ऐसा जनउत्सव है, जहां धर्म, परंपरा, संस्कृति और मनोरंजन सब एक साथ नजर आते हैं। यह मेला न सिर्फ आस्था का केंद्र है, बल्कि परिवार और समाज को जोड़ने वाला उत्सव भी है।