The Governor will be on Gorakhpur tour on 25-26 | 25-26 अगस्त को गोरखपुर दौरे पर रहेंगी राज्यपाल: मेधावियों को देंगी मेडल, करोड़ों की परियोजनाओं का करेंगी लोकार्पण – Gorakhpur News
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 25 अगस्त को गोरखपुर पहुंच रही हैं। वह यहां दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। डीडीयू का दीक्षांत समारोह 25 अगस्त
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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
गोरखपुर विश्वविद्यालय दीक्षांत का कार्यक्रम

डीडीयू दीक्षांत समारोह का लोगो
राज्यपाल 25 अगस्त को दोपहर करीब 12 बजे गोरखपुर पहुंचेंगी। यहां से वह सीधे डीडीयू विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस और फिर कुलपति आवास जाएंगी। अल्पाहार के बाद दोपहर करीब डेढ़ बजे वे योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह पहुंचकर दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी।

बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह
समारोह में पद्मश्री प्रो. आशुतोष शर्मा, इंस्टिट्यूट चेयर प्रोफेसर, आईआईटी कानपुर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे और दीक्षांत व्याख्यान देंगे। साथ ही, प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय और राज्य मंत्री रजनी तिवारी भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
मेधावी विद्यार्थियों को पदक

मेधावियों को सम्मानित किया जाएगा
डीडीयू की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि राज्यपाल दीक्षांत समारोह में मेधावी विद्यार्थियों को पदक और उपाधि प्रदान करेंगी। इस बार कुल 76 विद्यार्थियों को पदक मिलेगा, जिनमें 56 छात्राएं और 20 छात्र शामिल हैं। कुल 71 विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक दिए जाएंगे (50 छात्राएं और 21 छात्र)। 90 डोनर पदक प्रदान किए जाएंगे (69 छात्राएं और 21 छात्र)। कुल मिलाकर 161 मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। पिछले वर्ष 43वें दीक्षांत समारोह में 55 स्वर्ण पदक और 85 डोनर पदक दिए गए थे।
स्नातक और स्नातकोत्तर उपाधियाँ

इस वर्ष कुल 73,887 विद्यार्थियों को उपाधियाँ दी जाएंगी। विश्वविद्यालय परिसर स्तर पर – 7,711 विद्यार्थी (4,458 छात्राएं और 3,253 छात्र)। महाविद्यालय स्तर पर – 66,176 विद्यार्थी (46,178 छात्राएं और 19,998 छात्र)। इस तरह कुल 50,636 छात्राएं (68.53 प्रतिशत) और 23,251 छात्र (31.47 प्रतिशत) को डिग्रियाँ मिलेंगी।
पीएच.डी. उपाधियों में नया रिकॉर्ड
इस बार का दीक्षांत समारोह खास इसलिए भी है क्योंकि इसमें 301 शोधार्थियों को पीएच.डी. की उपाधि मिलेगी, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। कला संकाय 117, विज्ञान संकाय 99, वाणिज्य संकाय 35, शिक्षा संकाय 31, विधि संकाय 11, कृषि संकाय 8 हैं। पिछले वर्ष केवल 166 और उससे पहले के साल 25 शोधार्थियों को ही पीएच.डी. दी गई थी।
नवीनीकरण और नई परियोजनाओं का लोकार्पण

रेनवेट हुआ कबीर छात्रावास

केमिस्ट्री लैब
राज्यपाल दीक्षांत समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय की कई नई और नवीनीकृत सुविधाओं का लोकार्पण भी करेंगी। संत कबीर छात्रावास का रेनोवेशन – 408 लाख रुपये, माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला – 53.96 लाख रुपये, रसायन शास्त्र प्रयोगशाला – 49.03 लाख रुपये, अतिथि गृह का नवीनीकरण, अलकनंदा छात्रावास का नया ब्लॉक – 3 करोड़ रुपये शामिल है।

ला फैकल्टी के लिए प्रस्तावित मॉडल

सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन फैसिलिटी प्रस्तावित मॉडल
इसके अलावा नई परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया जाएगा, जिनमें इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान – 31.62 करोड़ रुपये, विधि संकाय भवन – 9.87 करोड़ रुपये, केंद्रीय यंत्रण भवन (सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन फैसिलिटी) – 30.82 करोड़ रुपये शामिल है।
समारोह के समापन के बाद राज्यपाल डीडीयू गेस्ट हाउस लौटेंगी और वहीं रात्रि विश्राम करेंगी।
पूर्वाभ्यास पूरा
समारोह की तैयारियों के अंतर्गत पूर्वाभ्यास कुलपति प्रो. पूनम टंडन के नेतृत्व में बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में सम्पन्न हुआ। इस दौरान विद्वत पदयात्रा निकाली गई और पदक विजेताओं को रिहर्सल कराई गई। विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने कुलाधिपति, मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों की भूमिका निभाई। कार्यक्रम में कंपोजिट स्कूल के बच्चों ने पर्यावरण पर आधारित गीत प्रस्तुत किया और प्रतियोगिता विजेता तीन विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।