Shankaracharya Swami Avimukteshwarananda expressed displeasure over the government’s decision | शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सरकार के फैसले पर जताई नाराजगी: बोले – हम किसके शासन में है मोदी या ट्रंप,संत समिति ने सेना के पराक्रम को सराहा – Varanasi News
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष कोई नई बात नहीं। हालांकि, भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। 80 घंटे से अधिक समय तक चले टकराव के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम पांच बजे से संघर्ष विराम हो गया, लेकिन
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सीमा पर फिलहाल माहौल तनावपूर्ण है। संघर्ष विराम को लेकर पाकिस्तान का रुख कटघरे में है। अब सरकार की ओर से पिछले चार दिनों के पूरे घटनाक्रम को लेकर जानकारी साझा की गई है। लेकिन अब सरकार के फैसले पर सवाल खड़ा होने लग रहा है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि हमारे देश का निर्णय कोई दूसरे देश का चुनाव हुआ राष्ट्रपति कैसे ले सकता है।

सेना के अधिकारियों ने पूरे मिशन के परिणाम को बताया।
आइए अब जानते हैं स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने क्या कहा..
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा – इस समय बस एक ही सवाल एक ही प्रश्न बार-बार मन में गूंज रहा है कि हम किसके शासन में रह रहे हैं। नरेंद्र मोदी या फिर डोनाल्ड ट्रंप के शासन में क्योंकि हमें जो समझ थी कि देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं लेकिन पाकिस्तान के परिपेक्ष में निर्णय कोई और ले रहा है उन्होंने कहा बड़ा प्रश्न है लेकिन समाधान की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि पूरा देश पाकिस्तान के खिलाफ खड़ा हो गया है हम जैसे सन्यासी भी पाकिस्तान जाकर मुंह तोड़ जवाब देने के लिए कह चुके हैं जब देश का कोई एक भी व्यक्ति विरुद्ध में नहीं बोल रहा था ऐसे समय में भी हमारा निर्णय हमारा नेता न करें बल्कि किसी दूसरे देश का चुनाव हुआ राष्ट्रपति हमारे देश के बारे में निर्णय लेने लगे तो प्रश्न बहुत बड़ा खड़ा हो जाता है।

शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद।
अब जानिए संत समिति ने क्या कहा
अखिल भारतीय संत समिति और गंगा महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा – ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत द्वारा प्रमुख पाकिस्तानी एयरबेस पर 90 मिनट तक किए गए लक्षित हमलों ने क्षेत्रीय सैन्य गतिशीलता में एक निर्णायक बदलाव को चिह्नित किया। इन पूर्व-आक्रमणकारी और सटीक हमलों ने पाकिस्तान की हवाई श्रेष्ठता बनाए रखने, राष्ट्रीय रक्षा का समन्वय करने और किसी भी सार्थक जवाबी कार्रवाई को अंजाम देने की क्षमता को नष्ट कर दिया। प्रत्येक बेस ने एक महत्वपूर्ण कार्य किया और इसके विनाश ने पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को रणनीतिक और मनोवैज्ञानिक क्षति पहुंचाई।

अखिल भारतीय संत समिति और गंगा महासभा के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती।
उन्होंने कहा इस ऑपरेशन ने न केवल भारत की तकनीकी और सामरिक श्रेष्ठता को प्रदर्शित किया, बल्कि दक्षिण एशिया में जुड़ाव के नियमों को भी फिर से परिभाषित किया। पाकिस्तान के एयरबेस के विनाश ने एक स्पष्ट संदेश दिया अब भारत के पास पहल है और उकसावे की कीमत विनाशकारी होगी। यह बातें उन्होंने अपने फेसबुक पर लिखी।