Sales tax advocate Ashok Kansal donated his body after death | बुलंदशहर में पहला देहदान: सेल टैक्स एडवोकेट अशोक कंसल ने मृत्यु के बाद शरीर किया दान – Bulandshahr News
प्रदुम्न कौशिक | बुलंदशहरकुछ ही क्षण पहले
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बुलंदशहर में दधीचि देहदान समिति की स्थानीय इकाई के माध्यम से शहर का पहला देहदान संपन्न हुआ। मोतीबाग की कुंज गली निवासी 75 वर्षीय अशोक कंसल का 19 मई 2025 को निधन हो गया।
अशोक कंसल और उनकी पत्नी मंजू कंसल एक सरल और धार्मिक परिवार से थे। वे भारत विकास परिषद की गौरव शाखा से जुड़े हुए थे। निधन के दिन दोपहर 12:30 बजे तक वे शाखा के अधिष्ठापन कार्यक्रम में मौजूद थे। घर लौटने पर उन्हें अस्वस्थता महसूस हुई और हृदयाघात से उनका निधन हो गया।

राष्ट्र चेतना मिशन के अध्यक्ष हेमन्त सिंह ने बताया कि अशोक कंसल ने 2019-20 में दधीचि देहदान समिति के अभियान के दौरान सपरिवार देहदान का संकल्प लिया था। सितंबर 20 में आयोजित देहदानियों के उत्सव में उनका संकल्प कर्ता के रूप में सम्मान किया गया था।

उनके परिवार में पत्नी मंजू कंसल और विदेश में रह रहे पुत्र की सहमति से उनके पार्थिव शरीर को महर्षि विदुर आटोनोमस स्टेट मेडिकल कॉलेज, बिजनौर को चिकित्सीय अध्ययन के लिए समर्पित किया गया। चिकित्सा के विद्यार्थियों के लिए मानव देह प्रथम गुरू के समान होती है।
अशोक कंसल के इस पुण्य संकल्प को पूरा करने में उनके परिवार का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनके इस कार्य ने समाज के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।