File of Babu who has taken VRS will be opened, order of DM | VRS ले चुके बाबू की खुलेगी फाइल, DM का आदेश: आगरा में फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनवाने का मामला, कलक्ट्रेट में हड़कंप, खुल सकते हैं और खेल – Agra News
आगरा में अवैध असलहे की खरीद फरोख्त और फर्जी लाइसेंस के माध्यम से हथियार खरीदने और बेचने का मामला उजागर होने के बाद कलक्ट्रेट में हड़कंप मचा हुआ है। जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने वॉलेंट्री रिटायरमेंट स्कीम (VRS) ले चुके लिपिक संजय कपूर के खिलाफ
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3 बार रहा असलाह लिपिक STF की जांच के केंद्र में रहे शस्त्र लिपिक को लेकर चर्चाएं सरगर्म हैं कि उसने जांच और उसके परिणाम की आशंका के चलते ही VRS ले लिया था। 1989 में नौकरी में आया संजय कपूर कलक्ट्रेट में शस्त्र लिपिक जैसे मलाईदार पद पर 3 बार रहा। एक साल पूर्व तत्कालीन मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने कलक्ट्रेट का निरीक्षण किया था। कार्य में लापरवाही पर मंडलायुक्त ने संजय कपूर को निलंबित कर दिया।

आगरा कलक्ट्रेट
प्राइवेट कर्मचारियों के हाथों में रहते थे गोपनीय दस्तावेज इससे पूर्व वर्ष 1990-1991 में भी संजय को निलंबित किया गया था। बताया गया है कि शस्त्र लिपिक रहने के दौरान आधा दर्जन प्राइवेट कर्मचारी रखे थे, जो फाइल तैयार करते थे। गन हाउस से गोपनीय दस्तावेज लाने का काम भी निजी कर्मचारियों के हवाले रहता था। सेवानिवृत्त होने के बाद भी कलक्ट्रेट और संयुक्त कार्यालय में संजय कपूर का अब भी नियमित आना-जाना है। मुकदमा दर्ज होने के बाद पूर्व शस्त्र लिपिक की मुसीबतें बढ़ गई हैं।
पटल से गायब हुए प्राइवेट कर्मचारी FIR दर्ज होने के बाद कलक्ट्रेट में हड़कंप मचा गया। सबसे ज्यादा असलाह लिपिक के पटल पर हलचल रही है। यहां से प्राइवेट कर्मचारी गायब हो गए हैं। इससे पहले यहां कई प्राइवेट कर्मचारी मंडराते रहते थे। यही प्राइवेट कर्मचारी काम पकड़कर लाते थे। हो सकता है बड़ा खुलासा असलाह पटल से जुड़ी फाइलों को खंगाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि बहुत से शस्त्र लाइसेंस में गड़बड़ी निकल सकती है। सूत्रों के अनुसार, इस जांच में भी शुरुआती दौर में इस पटल से जुड़े लिपिक ने STF को मदद करने में आनाकानी की थी।