Saree from Mubarakpur of Azamgarh included in ODOP | ODOP में शामिल हुई मुबारकपुर की साड़ी: उपायुक्त बोले आने वाले समय में 500 करोड़ से अधिक का होगा व्यापार, व्यापारी बोले मुबारकपुर को मिले पहचान – Azamgarh News
वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट में शामिल हुई आजमगढ़ के मुबारकपुर की साड़ियां, उद्योग उपायुक्त बोले आने वाले समय में 500 करोड़ से अधिक का होगा व्यापार।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वर्ष 2018 में वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट का शुभारंभ किया था। इसके तहत प्रदेश के सभी जिलों के एक-एक उत्पादों को चयनित किया गया था। इस चयन में आजमगढ़ जिले के निजामाबाद की ब्लैक पॉटरी को चुना गया था। और अभी हाल ही में आजमगढ़
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आजमगढ़ में वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट को लगातार दी जा रही है गति जानकारी देते उद्योग उपायुक्त एस एन रावत।
ऐसे में दैनिक भास्कर ने इन व्यापारियों के साथ ही उद्योग विभाग के उपायुक्त एस एन रावत से भी सरकार की नीतियों और प्रयासों को लेकर चर्चा की। जहां उद्योग उपायुक्त एस एन रावत का कहना है कि निश्चित रूप से इसका फायदा मुबारकपुर के बड़ी संख्या में व्यापारियों और बुनकरों को मिलेगा।

आजमगढ़ के मुबारकपुर की सिल्क की साड़ियां।
मुबारकपुर के बुनकरों और व्यापारियों का कहना है कि हम लोगों की मांग है कि मुबारकपुर की जो साड़ियां बनारस में बनारसी साड़ियों के नाम से बिकती हैं। उन मुबारकपुर की साड़ियों को मुबारकपुर का नाम मिले जिससे मुबारकपुर को पहचान मिल सके। और निश्चित रूप से इससे हम सभी को बहुत ही फायदा होगा।

आजमगढ़ के मुबारकपुर में तैयार साड़ी।
उद्योग उपायुक्त बोले 300 करोड़ से 500 करोड़ व्यापार ले जाना मकसद
दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए आजमगढ़ जिले के उद्योग उपायुक्त एस एन रावत ने बताया कि मुबारकपुर में रेशमी साड़ियों का प्रोडक्शन होता है। और एक लाख से अधिक परिवार अभी जुड़े हुए हैं।

आजमगढ़ से बाहर जाने के लिए रेडी साड़ियां।
वर्तमान समय में भारत का एक्सपोर्ट काफी बड़ा है बांग्लादेश में चल रहे डिस्प्यूट के कारण भारत को फायदा मिल रहा है। वर्तमान समय में मुबारकपुर में 300 करोड रुपए से अधिक का साड़ी का व्यापार हो रहा है।

आजमगढ़ में तैयार साड़ियां।
आने वाले समय में इसे 500 करोड रुपए से अधिक का ले जाना है। इसके साथ ही बहुत सारे लोगों को रोजगार मिला हुआ है टाटा के ब्रांड तनेरा को भी मुबारकपुर से आर्डर मिल रहा है। वाराणसी में बिकने वाली अधिकतर साड़ियों का निर्माण मुबारकपुर में ही होता है।

आजमगढ़ के जिला उद्योग उपायुक्त एस एन रावत बोले बदल रही मुबारकपुर की पहचान।
बदल रही है मुबारकपुर की पहचान
जिला उद्योग उपायुक्त एस एन रावत ने बताया कि पूर्व के समय में मुबारकपुर में कम्युनल राइट हुए थे जिस कारण यहां के प्रोडक्शन में गिरावट आई थी। हालांकि प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद कानून व्यवस्था में सुधार के बाद आज गुजरात महाराष्ट्र और बेंगलुरु के बड़ी संख्या में व्यापारी मुबारकपुर से आकर साड़ियां ले जा रहे हैं।

आजमगढ़ के मुबारकपुर की साड़ियां।
आज मुबारकपुर की पहचान बदल रही है। उद्योग उपायुक्त का कहना है कि आज जो साड़ियां बनारस में बनारसी साड़ियों के नाम से बिक रही हैं। वह मुबारकपुर के नाम से बिके यही मेरा उद्देश्य है। ऐसा मैं कर पाया तो यह मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।

आजमगढ़ के मुबारकपुर के व्यापारी नौशाद बोले मुबारकपुर की साड़ियों को मिले पहचान।
व्यापारी बोले मुबारकपुर की साड़ियों को मिले पहचान
दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए मुबारकपुर के इस्लामपुरा के रहने वाले हैंडलूम संचालक नौशाद का कहना है कि सरकार की वन जिला वन प्रोडक्ट योजना बहुत ही अच्छी है। इसके लिए हम सरकार और शासन को धन्यवाद व्यापित करते हैं।
हमारी सरकार से मांग है कि इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाए। इसके साथ ही इस योजना का प्रचार प्रसार का जनता को जागरूक किया जाए। नौशाद का कहना है कि मुबारकपुर की बहुत बड़ी आबादी इस व्यवसाय से जुड़ी हुई है।
मुबारकपुर अपने आप में आत्मनिर्भर बने। इसके साथ ही यहां की जो साड़ियां बनारस में जाकर बनारसी साड़ियों के नाम से बिक रही हैं। हम चाहते हैं कि मुबारकपुर की साड़ियों को पहचान मिले और यह साड़ियां मुबारकपुर की साड़ियों के नाम से जानी जाएं। ऐसे में सरकार को और अधिक प्रचार प्रसार करने की जरूरत है।

आजमगढ़ के मुबारकपुर के व्यापारी अहमद जया बोले ब्रांडिंग किए जाने की जरूरत।
ब्रांडिंग किए जाने की जरूरत
मुबारकपुर के व्यापारी अहमद जया का कहना है की मुबारकपुर की साड़ियां वाराणसी में बनारसी साड़ियों के नाम से बिकती है। अभी मुबारकपुर की साड़ियों की ब्रांडिंग नहीं हो पाई है। ODOP सरकार की अच्छी योजना है।
एक लाख से अधिक परिवार इस व्यवसाय से जुड़े हैं। हमारी सरकार से मांग है कि इसका प्रचार प्रसार कराया जाए। इसके साथ ही बायर और सेलर की मीटिंग कराई जाए। जिससे मुबारकपुर की साड़ियों को बाजार मिल सके, और मुबारकपुर की साड़ियों की बेहतर तरीके से ब्रांडिंग हो सके।

आजमगढ़ के मुबारकपुर के रिजवान बोले मुबारकपुर की साड़ियों को मिले पहचान।
जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने की जरूरत
साड़ी के व्यापार से जुड़े रिजवान अहमद जो की चौथी पीढ़ी के वारिस है का कहना है कि अभी तक ODOP का लाभ नहीं मिला है। सरकार से मदद मिल जाएगी तो बहुत अच्छी बात है। यह हमारा पुश्तैनी काम है।
हमारी साड़ियां बनारस के नाम से बिकती हैं। हमारी पहचान नहीं हो पा रही है। सरकार हमारी मदद करें। हमारी सरकार से मांग है कि जागरूकता का काम चला कर मुबारकपुर की साड़ियों को पहचान दिलाए।