Suspicious death of a constable in Bareilly, murder or accident? | बरेली में सिपाही की संदिग्ध मौत, हत्या या हादसा?: परिवार ने नहीं दी तहरीर, पुलिस जांच में जुटी, संभल में हुआ अंतिम संस्कार – Bareilly News
फाइल फोटो सिपाही मुकेश कुमार त्यागी
बरेली के सुभाषनगर थाना क्षेत्र में बुधवार को एक सनसनीखेज मामला सामने आया। 38 वर्षीय सिपाही मुकेश कुमार त्यागी का शव उनके किराए के मकान में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। कमरे के फर्श पर खून से लथपथ पड़े शव के सिर पर चोट के निशान थे। मौके पर फ्रिज भी
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पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे सिपाही के परिजन
किराए के कमरे में रह रहा था सिपाही
सिपाही मुकेश कुमार त्यागी मूलरूप से संभल जिले के रहने वाले थे। वर्तमान में बरेली के सुभाषनगर थाना क्षेत्र के मढ़ीनाथ मोहल्ले में किराए के मकान में पत्नी और बेटी के साथ रहते थे। मृतक की पत्नी तरुणा और बेटी परी बीते 6 जून को संभल चली गई थीं। 7 जून को परी का जन्मदिन था। 11 जून की सुबह मुकेश कुमार त्यागी अपने कमरे में मृत अवस्था में पाए गए। उनके मकान मालिक ने कमरे से कोई हलचल न सुनकर दरवाजा खटखटाया, जब कोई जवाब नहीं मिला तो झांका, जहां मुकेश का शव पड़ा देखा। मकान मालिक ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
शराब की लत ने बिगाड़ी जिंदगी
स्थानीय लोगों और मकान मालिक के अनुसार सिपाही मुकेश कुमार त्यागी को शराब पीने की बुरी लत थी। वह रोजाना शराब के नशे में रहता था। नशे की हालत में अक्सर पत्नी तरुणा के साथ मारपीट करता था। बताया गया कि वह पत्नी को अपमानित करने के लिए कई बार खाने में थूक देता था और कहता था कि अब इसे खाओ। इतना ही नहीं, उससे अपने पैर चाटने तक को कहता था। मकान मालिक के मुताबिक पति-पत्नी के बीच झगड़ा आम बात हो गई थी। कई बार तो घर से चीख-पुकार की आवाजें आती थीं।
निलंबन के बाद बहाल हुआ था सिपाही
एसएसपी अनुराग आर्य ने करीब एक माह पहले सिपाही मुकेश कुमार त्यागी को गलत आचरण और ड्यूटी में लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया था। 4 जून को उसे बहाल कर दिया गया था। उसकी तैनाती रिजर्व पुलिस लाइन में थी। लेकिन बहाली के बाद भी वह ड्यूटी पर नहीं जा रहा था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार उसकी अनुपस्थिति बनी हुई थी।
पत्नी 6 जून को संभल गई थी
सिपाही की पत्नी तरुणा 6 जून को बेटी परी के साथ संभल अपने मायके चली गई थी। बेटी परी का जन्मदिन 7 जून को था, इसलिए वह पहले ही चली गई थी। 10 जून को तरुणा की आखिरी बार अपने पति मुकेश से फोन पर बात हुई थी। इसके बाद 11 जून की सुबह मकान मालिक द्वारा सूचना दिए जाने पर पता चला कि सिपाही की संदिग्ध मौत हो गई है।
मौत की सूचना मिलते ही परिवार पहुँचा बरेली
घटना की सूचना मिलते ही सिपाही मुकेश कुमार त्यागी के परिजन संभल से बरेली पहुंचे। पत्नी तरुणा, बेटी परी के साथ सिपाही के भाई व अन्य रिश्तेदार भी मौके पर पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद शव संभल ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सिर पर चोट, फ्रिज गिरा मिला
पुलिस के अनुसार कमरे में फ्रिज गिरा हुआ मिला था और सिपाही के सिर में चोट के निशान थे। घटनास्थल पर किसी तरह की जबरन घुसपैठ या संघर्ष के स्पष्ट निशान नहीं मिले हैं। इस आधार पर पुलिस इसे फिलहाल हादसा मान रही है, लेकिन हत्या की आशंका से भी इंकार नहीं कर रही है।
SSP और CO ने दिया बयान
एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह मामला हादसे का प्रतीत हो रहा है लेकिन सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। सीओ अजय कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेड इंजरी की पुष्टि हुई है। फिलहाल मृतक के परिजनों की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है। पुलिस अपनी ओर से मामले की विवेचना कर रही है।
परिजनों ने दर्ज नहीं कराई FIR
अहम बात यह है कि सिपाही मुकेश कुमार त्यागी के परिजनों ने अब तक कोई लिखित तहरीर नहीं दी है। न ही किसी तरह की आशंका जाहिर की है। इस कारण पुलिस ने अभी तक केस दर्ज नहीं किया है। तहरीर मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी।
मकान मालिक का भी बयान दर्ज
पुलिस ने मकान मालिक का बयान भी दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि मुकेश और उनकी पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे। कई बार देर रात तक दोनों के बीच कहासुनी होती थी। मकान मालिक के अनुसार घटना के दिन सुबह से ही कोई हलचल नहीं थी। दरवाजा बंद था। आवाज लगाने पर कोई जवाब नहीं मिला, तब उन्होंने खिड़की से झांककर देखा तो मुकेश का शव जमीन पर पड़ा था।
हादसा या आत्महत्या? पुलिस के सामने चुनौती
फिलहाल पुलिस के सामने यह बड़ा सवाल है कि सिपाही की मौत हादसा थी, आत्महत्या थी या हत्या? सिर में गंभीर चोट कैसे आई? क्या फ्रिज गिरने से यह हादसा हुआ या कोई अन्य कारण था? इन सवालों के जवाब पुलिस की जांच पूरी होने के बाद ही मिल पाएंगे।
अंतिम संस्कार के बाद परिजन लौटे
सिपाही मुकेश कुमार त्यागी का अंतिम संस्कार संभल में कर दिया गया है। इसके बाद परिजन अपने घर लौट गए हैं। पुलिस जांच के बाद दोबारा बयान दर्ज करने के लिए परिजनों को बुला सकती है।