Mock parliament will be organized in Bareilly today | आज बरेली में होगा मॉक पार्लियामेंट का आयोजन: इमरजेंसी की 50वीं बरसी पर युवा 90 सेकेंड में रखेंगे अपने विचार, लोकतंत्र सेनानी होंगे सम्मानित – Bareilly News



प्रेस कॉन्फ्रेंस करते भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता

25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की थी। यह वह समय था जब संविधान के मूल अधिकारों को सस्पेंड कर दिया गया, मीडिया पर सेंसरशिप लग गई और लाखों राजनीतिक कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया।

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इस तानाशाही के विरोध में देशभर में आवाजें उठीं। कई युवाओं और नेताओं को बिना मुकदमे जेल भेजा गया। अब जब इस घटना को 50 साल पूरे हो चुके हैं, भारतीय जनता युवा मोर्चा युवाओं को इस दौर से अवगत कराने के लिए मॉक पार्लियामेंट का आयोजन कर रहा है।

फ्यूचर यूनिवर्सिटी में होगा आयोजन, दो सत्रों में चलेगी कार्यवाही

बरेली में यह कार्यक्रम फ्यूचर यूनिवर्सिटी परिसर में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम को लेकर प्रेस वार्ता की गई, जिसमें बताया गया कि मॉक पार्लियामेंट की कार्यवाही दो सत्रों में पूरी होगी। इस दौरान युवा देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और संसदीय प्रक्रिया को करीब से समझेंगे।

90 सेकेंड में युवा रखेंगे अपना पक्ष

मॉक पार्लियामेंट में शामिल होने वाले युवाओं को चार सत्रों में भाषण देने का मौका मिलेगा, जिसमें हर प्रतिभागी को 90 सेकेंड का समय दिया जाएगा। इस दौरान युवा आपातकाल की विभीषिका, लोकतंत्र की मजबूती और संवैधानिक मूल्यों पर अपने विचार रखेंगे।

कार्यक्रम के अंत में सर्वश्रेष्ठ तीन वक्ताओं को सम्मानित किया जाएगा।

लोकतंत्र रक्षक सेनानियों को किया जाएगा सम्मानित

कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण भाग होगा उन लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान, जिन्होंने 1975 में इमरजेंसी के दौरान जेल जाकर तानाशाही का विरोध किया था।

युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने बताया कि ऐसे योद्धाओं को आज भी प्रेरणा का स्रोत माना जाता है, जिन्होंने बिना हथियार लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया।

युवाओं को मिलेगी संसदीय कार्यप्रणाली की समझ

मॉक पार्लियामेंट का उद्देश्य सिर्फ भाषण प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि युवाओं को संसदीय प्रक्रिया का वास्तविक अनुभव देना है।

कार्यक्रम 25 जून को सुबह 10 बजे से शुरू होगा और दिनभर चलेगा। इसके माध्यम से युवाओं को यह समझाया जाएगा कि संसद में किस तरह मुद्दों पर बहस होती है, और किस तरह लोकतंत्र मजबूत होता है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे पार्टी पदाधिकारी

इस मौके पर आयोजित प्रेस वार्ता में प्रदेश मंत्री सौरभ भूषण, क्षेत्रीय महामंत्री रुद्रलक्ष्मीकांत, महानगर अध्यक्ष अमन सक्सेना और जिलाध्यक्ष मुकेश राजपूत प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

इन सभी ने युवाओं से अपील की कि वे इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लें और लोकतांत्रिक व्यवस्था को समझें और मजबूत करें।

आपातकाल: वो समय जब देश में थम गई थीं सांसें

आपातकाल 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक लागू रहा। इस दौरान देश में नागरिक स्वतंत्रता खत्म हो गई थी। लोकनायक जयप्रकाश नारायण, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी समेत लाखों नेताओं को बिना मुकदमा जेल में बंद किया गया।

इसी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को सामने रखकर युवा मोर्चा यह आयोजन कर रहा है ताकि नई पीढ़ी यह जान सके कि लोकतंत्र आसान नहीं, बलिदानों की नींव पर खड़ा हुआ है।



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