More than 10 thousand women police personnel deployed for women pilgrims | महिला कावड़ियों के10 हजार से अधिक महिला पुलिसकर्मी तैनात: 150 से अधिक महिला हेल्प डेस्क, 24 घंटे हेल्पलाइन नंबरों की उपलब्धता – Meerut News
सावन के माहीने में कांवड़ यात्रा के दौरान महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यात्रा मार्गों पर 10,000 से अधिक महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जो अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इसके सा
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6 करोड़ श्रद्धालुओं में 60-70 लाख महिलाएं, सुरक्षा पर विशेष फोकस कांवड़ यात्रा में इस बार करीब 6 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है, जिनमें 60-70 लाख महिलाएं होंगी। इसे देखते हुए योगी सरकार ने महिला-केंद्रित सुरक्षा मॉडल लागू किया है। 8,541 महिला मुख्य आरक्षी और 1,486 महिला उपनिरीक्षकों की तैनाती के साथ, मेरठ जोन में 3,200 महिला पुलिसकर्मी तैनात की गई हैं। मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, हापुड़ और गाजियाबाद में ये पुलिसकर्मी महिला श्रद्धालुओं की सहायता के लिए हर समय उपलब्ध रहेंगी।
हेल्प डेस्क और शक्ति बूथ: महिलाओं को सहायता और परामर्श महिला श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कांवड़ मार्गों पर स्थापित हेल्प डेस्क पर महिला पुलिसकर्मी तैनात रहेंगी, जो सहायता के साथ-साथ संवेदनशील मामलों में परामर्श भी प्रदान करेंगी। महिला स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से शक्ति हेल्प बूथ बनाए गए हैं, जो 24×7 हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से महिलाओं की मदद करेंगे। यह पहल महिलाओं को निडर होकर यात्रा करने का आत्मविश्वास दे रही है।
क्यूआरटी और डिजिटल निगरानी से पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था योगी सरकार ने सभी क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी) में महिला पुलिसकर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य की है, खासकर रात के समय। कांवड़ मार्गों पर क्यूआरटी की गश्त बढ़ाई गई है, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत सहायता मिल सके। प्रदेश में 11 जोन में विशेष कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जिन्हें महिला पुलिसकर्मी मॉनिटर करेंगी। ड्रोन, सीसीटीवी और सोशल मीडिया निगरानी जैसे डिजिटल उपायों से भी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है।
महिला पुलिसकर्मियों की मौजूदगी से बढ़ा आत्मविश्वास पुलिस अधिकारियों का कहना है कि महिला पुलिसकर्मियों की प्रत्यक्ष मौजूदगी से महिला श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान अधिक आत्मविश्वास मिलेगा। योगी सरकार की यह पहल न केवल महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है, बल्कि उनके लिए एक निर्भीक और सुरक्षित माहौल भी बना रही है।