The principal of Azamgarh was smuggling ganja | आजमगढ़ का प्रधानाचार्य कर रहा था गांजे की तस्करी: अंबेडकरनगर पुलिस ने भेजा जेल लंबे समय से पशु तस्करी और गांजे की तस्करी का आरोप – Azamgarh News


आजमगढ़ के कंपोजिट विद्यालय का प्रधानाचार्य कर रहा था गांजे की तस्करी।

आजमगढ़ जिले के अहिरौला थाना क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय में प्रधानाचार्य पद पर तैनात अशोक कुमार यादव को अंबेडकरनगर जिले की पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने गांजे की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। जिस अशोक यादव को अंबेडकरनगर की पुलिस ने गिरफ्तार

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अहिरौला थाना क्षेत्र के गौरी गांव का रहने वाला अशोक कुमार यादव पुत्र राम अवध यादव काफी समय से गांजे की तस्करी और पशुओं की तस्करी में संलिप्त है। अंबेडकरनगर जिले की पुलिस की संयुक्त टीम ने जिन दो आरोपियों रणविजय राजभर और रामप्रवेश राजभर को 8 लाख कीमत के 80 किलोग्राम गांजे के साथ गिरफ्तार किया है। उसे गांजे की डिलीवरी अशोक यादव को की जानी थी। इसकी पुष्टि दोनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में की।

अंबेडकरनगर की पुलिस ने की गिरफ्तारी।

अंबेडकरनगर की पुलिस ने की गिरफ्तारी।

इस गांजे को आरोपियों ने स्विफ्ट कार 33 बंडल बनाकर रखा गया था। दोनों आरोपियों की शिनाख्त पर ही आजमगढ़ के प्रधानाचार्य अशोक यादव को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार तीनों आरोपी अहिरौला थाने के ही रहने वाले हैं। अशोक यादव लंबे समय से गांजे की तस्करी में संलिप्त है। इस गांजे को उड़ीसा से मंगवाया जा रहा था। जिले में गांजा तस्करी में शामिल सरकारी विभागों के कर्मचारियों का यह कोई पहला मामला नहीं है।

आजमगढ़ में न्याय विभाग का बाबू कर रहा था गांजे की तस्करी।

आजमगढ़ में न्याय विभाग का बाबू कर रहा था गांजे की तस्करी।

इससे पूर्व भी यूपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की टीम ने न्याय विभाग के बाबू रामसागर यादव को 18 कुंतल 30 किलोग्राम से अधिक गांजे के साथ कानपुर के जाजमऊ से गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों के कब्जे से 49 प्लास्टिक की बोरियों में भरकर रख 18 कुंतल 30 किलोग्राम से अधिक गंजे को बरामद किया गया था। जिस डंपर पर गांजा लदा था। उसे न्याय विभाग की नेम प्लेट लगी गाड़ी एस्कॉर्ट कर रही थी। जिससे कि किसी को शक ना हो।

आजमगढ़ का गांजा तस्कर प्रधानाचार्य अशोक यादव।

आजमगढ़ का गांजा तस्कर प्रधानाचार्य अशोक यादव।

शिव भक्तों के बीच गांजे को खपाना चाहता था आरोपी

प्रधानाचार्य अंबेडकर नगर पुलिस की गिरफ्त में आए आजमगढ़ के कंपोजिट विद्यालय का प्रधानाचार्य अशोक यादव गांजे को शिव भक्तों के बीच में खपाना चाहता था। इसी को ध्यान में रखते हुए वहां लगातार तस्करी के कामों में संलिप्त था।

प्रधानाचार्य की पत्नी भी है शिक्षिका

आजमगढ़ के अहिरौला थाना क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय में तैनात गांजा तस्कर प्रधानाचार्य अशोक यादव की पत्नी भी शिक्षिका है। और जिले के बिलरियागंज ब्लॉक में तैनात है। वही इस बारे में खंड शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि इस मामले की रिपोर्ट जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेज दी गई है।

बीएसए बोले नहीं मिली है आख्या

दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए आजमगढ़ जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव पाठक ने बताया कि अभी इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी की तरफ से आख्या नहीं मिली है। आख्या मिलने के बाद आरोपी प्रधानाचार्य पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

आजमगढ़ के गांजा तस्कर प्रधानाचार्य को अंबेडकरनगर पुलिस ने भेजा जेल।

आजमगढ़ के गांजा तस्कर प्रधानाचार्य को अंबेडकरनगर पुलिस ने भेजा जेल।

2 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई

आजमगढ़ के अहरौला के गौरी गांव के रहने वाले कंपोजिट विद्यालय में प्रधानाचार्य अशोक यादव की गिरफ्तारी के दो दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक जिला प्रशासन ने गांजा तस्कर प्रधानाचार्य को न तो निलंबित किया गया और न ही कोई करवाई। जिस तरह से प्रधानाचार्य पर गांजा तस्करी के साथ-साथ पशु तस्करी के आरोप भी लग रहे हैं। वह अपने आप में एक बड़ा सवाल है। अब देखने वाली बात यह है कि जिला प्रशासन गांजे की तस्करी करने वाले प्रधानाचार्य पर क्या कार्रवाई करता है।



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