Gondwana and Samta Express will stop at Datia of Jhansi division | झांसी मंडल के दतिया में रुकेगी गोंडवाना और समता एक्सप्रेस: ज्योति स्नान के मौके पर दो ट्रेनों को दिया जा रहा अस्थाई ठहराव, 50 हजार श्रद्धालु आने की उम्मीद – Jhansi News



झांसी रेल मंडल के दतिया स्टेशन पर दो ट्रेनों को अस्थाई रूप से दस के लिए ठहराव दिया जाएगा। रेलवे को उम्मीद है कि मंडल के इस स्टेशन पर आगामी दस दिनों में सिंधी समाज के ऐतिहासिक आयोजन ज्योति स्नान में 50 हजार से ज़्यादा श्रद्धालु पहुंचेंगे।

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इसको लेकर रेलवे ने अपने स्तर से कई तैयारियां भी की हैं। साथ ही दतिया स्टेशन पर झांसी से अतिरिक्त स्टाफ भी भेजा जाएगा ताकि, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यवस्थाएं की जा सकें। मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि दतिया में सिंधी समाज का महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन ज्योति स्नान होता है।

ऐसे ने देशभर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। इसी को ध्यान में रखकर 20 से 30 जुलाई तक ट्रेन नंबर 12406/12406 हजरत निजामुद्दीन-भुसावल-हजरत निजामुद्दीन गोंडवाना एक्सप्रेस को यहां 2 मिनट का अस्थाई ठहराव दिया गया है। इसके साथ ही ट्रेन नंबर 12807/12808 हजरत निजामुद्दीन-विशाखापट्टनम-हजरत निजामुद्दीन समता एक्सप्रेस को भी दतिया स्टेशन पर 2 मिनट के लिए रोका जाएगा।

1947 में पाकिस्तान के सिंध से आई थी अखंड ज्योति

दतिया के संत हजारी राम मंदिर में स्थापित पवित्र अखंड ज्योति सिंधी समाज की आस्था व विश्वास का प्रतीक है। 1947 में भारत पाकिस्तान के बंटवारे के बाद पाकिस्तान से दतिया पहुंची अखंड ज्योति सबसे पहले बैंक घर की हवेली में स्थापित की गई।

5 साल तक यहां पूजा और सेवा के बाद पाकिस्तान से दतिया पहुंचे सिंधी समाज के लोगों ने सामुहिक चन्दा कर गाड़ी खाना के पास जमीन खरीदी और 1952 में संत हजारी राम मंदिर का निर्माण कराया। मंदिर निर्माण के बाद यहां अखंड ज्योति का स्थापना की गई। तभी से यहां यह लगातार जल रही है।

पहले पानी से जलती थी अखंड ज्योति

अखंड ज्योति पहले पानी से जलती थी। यह प्रक्रिया कई सालों तक चलती रही। संत हजारी राम के प्राण त्यागने के बाद से यह सरसों के तेल से जलाई जाने लगी। स्थापना के बाद से यह ज्योति लगातार जल रही है, इसलिए इसे अखंड ज्योति भी कहा जाता है।

पूरे साल में एक बार अखंड ज्योति को स्नान कराया जाता हैं। मंदिर से रथ पर सवार होकर ज्योति को धूमधाम से बाजार में निकाला जाता है, लोग जगह-जगह इसको को तेल चढ़ाते हैं। करन सागर पर पहुंचकर संतों द्वारा इसको स्नान कराया जाता है और मंदिर पर संतों का समागम भी कराया जाता है।

अतिरिक्त टिकट चेकिंग स्टाफ भी लगाया जाएगा

बता दें कि भारतीय रेल के झांसी मंडल के महत्वपूर्ण स्टेशनों में शामिल दतिया रेलवे स्टेशन को यहां के धार्मिक महत्व के अनुरूप अमृत भारत स्टेशन योजना में फिर से भव्य रूप से तैयार कराया गया है।

साथ ही यहां सुविधाओं में भी इज़ाफा किया गया है। आगामी ज्योति स्नान में जुटने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे यहां अतिरिक्त टिकट चेकिंग स्टाफ भी लगाएगा।



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