I had saved my jewellery for my daughter’s wedding | लॉकर में बेटी की शादी के लिए रखे थे गहने: लखनऊ पुलिस 10% प्रतिशत से भी कम बरामद कर पाई, पीड़िता बोली- सब कुछ खत्म हो गया – Lucknow News



21 दिसंबर 2024 की रात चोरों ने चिनहट इलाके के मटियारी स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक शाखा के 38 लॉकर काटकर करोड़ों के गहने चोरी किए थे। बरामद जेवरों की शिनाख्त परेड (पहचान के लिए) के लिए बुधवार को थाने में पीड़ितों को बुलाया गया। थाने पहुंचे पीड़ितों के दिल

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आंसू भरे आंखों में बैंक अधिकारियों के प्रति गुस्सा था, क्योंकि उनकी लापरवाही से उनके सपने चकनाचूर हुए हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने जेवर शिनाख्त परेड में पहुंचे लोगों से बात की। उन्होंने बताया कि आधे से भी कम सामान मिला है। पुलिस से उनकी उम्मीद टूट गई है, अब उपभोक्ता फोरम पर ही भरोसा बचा है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…

सुबह से इंतजार, चोरी हुए सामान का 10वां हिस्सा भी नहीं मिला

सुबह 10 बजे पीड़ित थाने पहुंच गए। चिनहट इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्र ने 38 लॉकर मालिकों का एक-एक कर जैसे ही नाम लेना शुरू किया, लोगों के चेहरे पर उम्मीद की किरण दिखने लगी। 38 में 29 लॉकर मालिक जेवर के साक्ष्य को लेकर कमेटी के सामने पेश हुए। शिनाख्त परेड करीब दर्जनभर का ही नंबर बुधवार को आ पाया। अपनी शादी से लेकर घर में पार्टी आदि के दौरान जेवर की आई फोटो के साथ गुरुग्राम की संस्कृति पहुंचीं।

उन्होंने बताया कि लॉकर नंबर 32 लिया था। उसमें अपनी शादी और पुश्तैनी ज्वैलरी रखी थी। सोचा था कि उसे अपनी बेटी की शादी में देंगी। शिनाख्त परेड में उन्होंने बरामद जेवरों को देखा, उनमें से कुछ जेवर और हीरे का टप्स ही पहचान पाईं। हीरे का सेट नहीं मिला। उनका कहना कि करीब एक करोड़ रुपए के गहने चोरी हुए थे। उसका 10 प्रतिशत हिस्सा भी नहीं मिला है।

एक जैसी डिजाइन कर रही कन्फ्यूज शिनाख्त परेड में शामिल पीड़ितों का कहना है कि ज्यादा ज्वैलरी होने से पहचान में कन्फ्यूज हो रहा है। खासतौर पर सोने की चेन, अंगूठी और पायल में, क्योंकि अधिकतर की कॉमन डिजाइन है। वहीं इनकी फोटो और रसीद भी समान्य तौर पर नहीं होती है। जिसके बल पर उनको क्लेम किया जा सके।

कोर्ट के आदेश पर चार सदस्य की कमेटी बनी पुलिस ने चोरी गहने बरामद किए थे। कोर्ट ने साक्ष्य के आधार पर पीड़ितों को गहने जल्द दिलवाने का निर्देश दिया था। इसके लिए चार सदस्यों की कमेटी भी बनाई गई थी। जिसमें एसीपी विभूतिखंड, इंस्पेक्टर चिनहट, ओवरसीज बैंक के कर्मचारी और मालखाना बाबू शामिल थे। इसी कमेटी के सामने बुधवार यानी 16 जुलाई को सभी पीड़ितों को जेवर के साक्ष्य (फोटो और रशीद) के साथ चिनहट थाने बुलाया गया था।

सुरक्षा के लिए थाने का गेट बंद, पीएसी तैनात बैंक के लॉकर काट कर चोरी मामले में बरामद जेवर की शिनाख्त परेड के दौरान पुलिस ने सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए थे। चिनहट थाने के दोनों गेट बंद थे। पुलिस के साथ पीएसी बल तैनात था। सभी को पूछताछ के बाद ही थाने में प्रवेश दिया जा रहा था।

यह हुई थी घटना… चिनहट के मटियारी तिराहे के पास स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में 21 दिसंबर 2024 को नकाबपोश चोरों 90 में से 38 लॉकर काट कर करोड़ों के जेवर चोरी किए थे। चोर बैंक के बगल में एक खाली पड़े प्लाट से बैंक की दीवार काट कर घुसे थे। चोरों ने गैंग ने 41 लॉकर तोड़े थे, जिसमें तीन खाली थे। पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत दर्जन भर लोगों को एनकाउंटर में गिरफ्तार कर करोड़ों के जेवर बरामद करने का दावा किया था।



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