There is a danger of erosion in the villages situated on the banks of the Ganges | गंगा किनारे बसे गांवों में कटान का खतरा: उन्नाव में 8 साल से नहीं बना मार्जिनल बांध, सिंचाई विभाग ने किया निरीक्षण – Unnao News
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उन्नावकुछ ही क्षण पहले
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सिंचाई विभाग की टीम ने निरीक्षण किया।
उन्नाव में गंगा नदी के तटीय क्षेत्रों में कटान की समस्या गंभीर होती जा रही है। सिंचाई विभाग की उच्च स्तरीय टीम ने शुक्रवार को रविदास नगर में प्रस्तावित मार्जिनल बांध स्थल का निरीक्षण किया। टीम में अधीक्षण अभियंता ओपी वर्मा, अधिशासी अभियंता गगन कुमार और सहायक अभियंता अनुराग मिश्रा शामिल थे। यह बांध 2017 में स्वीकृत किया गया था।
स्थानीय लोग लंबे समय से इसकी स्थिति पर सवाल उठा रहे थे। निरीक्षण में पाया गया कि प्रस्तावित स्थल पर अब बांध का निर्माण संभव नहीं है। गंगा का बढ़ता जलस्तर और लगातार कटान ने स्थिति को तकनीकी रूप से अनुपयुक्त बना दिया है। अधिकारियों ने बांध निर्माण की योजना को रोक दिया है।

सिंचाई विभाग की टीम ने निरीक्षण किया।
गांवों तक पहुंच सकता है पानी कटान को रोकने के लिए तत्काल उपाय किए जाएंगे। इनमें सीसी ब्लॉक, बालू की बोरियां और कंक्रीट के अस्थायी अवरोधक शामिल हैं। स्थानीय लोगों ने चिंता जताई है कि समय रहते ठोस कदम न उठाए गए तो गांवों और खेतों को भारी नुकसान हो सकता है। सिंचाई विभाग नई तकनीकी सर्वे कराएगा। इससे बांध निर्माण के लिए नया उपयुक्त स्थान चिन्हित किया जाएगा। विभाग ने इस पर शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
सालों बाद नहीं शुरू हुआ काम बता दें कि 2017 में गंगा तटवर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा को लेकर इस बंध की स्वीकृति मिली थी, लेकिन सालों बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। इस बीच गंगा के जलस्तर में निरंतर वृद्धि और कटान की स्थिति ने ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है। अब सिंचाई विभाग की ताजगी से की गई इस पड़ताल से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही प्रभावी कदम उठाकर ग्रामीणों को राहत दी जाएगी और बंध निर्माण को लेकर ठोस निर्णय लिया जाएगा।
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