Action will be taken against 35,000 teachers who did not check the copies | कापी न जांचने वाले 35,000 शिक्षकों पर होगा एक्शन: UP बोर्ड सचिव की ओर से मांगे गए रिकार्ड, यदि फर्जी मिले तो सीधे जाएंगे जेल – Prayagraj (Allahabad) News
माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव भगवती सिंह ने की सख्ती।
UP बोर्ड (उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद) प्रयागराज की ओर से 10वीं और 12वीं की परीक्षा संपन्न हुई और इसके रिजल्ट भी घोषित हाे चुके हैं। UP बोर्ड को उन शिक्षकों की तलाश है जिनकी ड्यूटी कापियों के मूल्यांकन में लगाई गई थी लेकिन वह एक भी दिन कापी जा
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दरअसल, इसमें ज्यादा शिक्षकों ने परीक्षा के दौरान कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी तो की थी लेकिन जब मूल्यांकन का कार्य शुरू हुआ तो यह गायब हो गए। ऐसे में बोर्ड को यह संदेह है कि कहीं यह फर्जी शिक्षक तो नहीं हैं। क्योंकि जब एग्जाम चल रहा था तो कई जगहों पर कक्ष निरीक्षक भी फर्जी पकड़े गए थे और उन्हें जेल भी भेजा गया था। यदि इस जांच में भी फर्जी शिक्षक मिलते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए जेल भेजने की तैयारी है।
मूल्यांकन के लिए 1.48 लाख परीक्षकों की थी ड्यूटी
19 मार्च से 2 अप्रैल तक प्रदेश के 261 केंद्रों पर 10वीं और 12वीं की कापियों का मूल्यांकन कार्य चला था। इसके पहले 12 मार्च से परीक्षाएं शुरू हुई थी। कापियां जांचने के लिए 1.48 लाख से ज्यादा परीक्षक नियुक्त किए गए थे। बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने एग्जाम और मूल्यांकन कार्य होने के बाद जब डेटा निलवाया तो पता चला कि 35,000 के लगभग ऐसे शिक्षक हैं जो एक भी दिन कापी जांचने नहीं पहुंचे थे। अब प्रदेश के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से इन अनुपस्थित परीक्षकों से जुड़े शिक्षकों के अभिलेख मांगे हैं।