Jailor accused of harassing prisoners | जेलर पर बंदीरक्षकों के उत्पीड़न के आरोप: प्रतापगढ़ जिला कारागार के जेलर और दो बंदीरक्षक निलंबित, विभागीय जांच के आदेश – Pratapgarh News
मनु कुमार सिंह | प्रतापगढ़कुछ ही क्षण पहले
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प्रतापगढ़ जिला कारागार में तैनात जेलर अजय सिंह को बंदीरक्षकों के उत्पीड़न और आपत्तिजनक मांगों जैसे गंभीर आरोपों के चलते सोमवार को निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन उत्तर प्रदेश कारागार मुख्यालय द्वारा तब किया गया, जब मामले ने तूल पकड़ लिया और जेल विभाग के उच्च अधिकारियों तक शिकायतें पहुंचीं।
तीन दिन पूर्व प्रतापगढ़ जिला कारागार में दर्जनों बंदीरक्षकों ने जेलर अजय सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने जेल परिसर के मुख्य द्वार पर एकत्र होकर प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि जेलर अजय सिंह उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। इसके साथ ही उन पर कई आपत्तिजनक और अव्यवहारिक मांगें थोपने का आरोप भी लगाया गया।
बंदीरक्षकों ने इस संबंध में प्रतापगढ़ के जेल अधीक्षक को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा, जिसमें अजय सिंह के व्यवहार, आदेशों और कार्यशैली को लेकर गंभीर आपत्तियां दर्ज की गई थीं।

इस मामले का संज्ञान लेते हुए जेल डीआईजी ने तत्परता से जांच शुरू की। उन्होंने पूरे मामले की तह तक जाने के लिए प्रत्यक्षदर्शियों और शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए और समस्त साक्ष्यों के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर डीजी (जेल) मुख्यालय को भेज दी।
जांच रिपोर्ट में जेलर अजय सिंह पर लगे आरोपों को प्रथम दृष्टया सत्य मानते हुए कारागार महानिदेशक पीसी मीणा ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश भी दिए गए हैं, जिसकी प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सामने आई अनुशासनहीनता को लेकर वरिष्ठ जेल अधीक्षक नैनी द्वारा दो बंदीरक्षकों को भी निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जेल मैन्युअल के उल्लंघन और ड्यूटी के प्रति लापरवाही को लेकर की गई। नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ अधीक्षक ऋषभ द्विवेदी ने इस निलंबन की पुष्टि करते हुए बताया कि जेल की गरिमा और अनुशासन बनाए रखना सर्वोपरि है, और जो भी कर्मचारी इसमें चूक करता है, उसके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।