Case filed against the supplier of duplicate tea leaves of Taza brand | ताजा ब्रांड की डुप्लीकेट चायपत्ती सप्लाई करने वाले पर केस: रूटीन जांच के दौरान पुलिस ने पकड़ा था; खाद्य सुरक्षा विभाग ने पाया नकली – Gorakhpur News
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने रविवार की शाम पुलिस की मदद से ताजा ब्रांड की डुप्लीकेट चाय की पत्ती पकड़ी थी। फाइल फोटो
गोरखपुर में हिन्दुस्तान यूनिलिवर लिमिटेड कंपनी की ब्रुकबांड ताजा ब्रांड की डुप्लीकेट चाय की पत्ती बेची जा रही थी। तिवारीपुर थाने की पुलिस ने एक पिकअप पर लदी यह चाय पत्ती रविवार की शाम को रूटीन जांच के दौरान पकड़ी थी। खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में यह
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ताजा ब्रांड के नाम पर बनाई गई डुप्लीकेट चाय की पत्ती पकड़ी गई थी। पुलिस ने कंपनी के प्रतिनिधि की तहरीर पर सप्लाई करने वाले अश्विनी यादव पर केस दर्ज किया है।
बड़े रैकेट के शामिल होने की संभावना इस मामले की सघनता से जांच हुई तो बड़ा मामला खुल सकता है। ब्रांडेड खाद्य पदार्थों की डुप्लीकेट पैकिंग कर बाजार में बेचने के पीछे बड़े रैकेट का हाथ माना जा रहा है। इस मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस रैकेट का पर्दाफाश कर सकती है। इससे पहले भी ड्राई फ्रूट व मसाला की डुप्लीकेट पैकिंग पकड़ी गई थी। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर बरामदगी नहीं हो पायी थी। दिल्ली से मंगाते हैं पैकेट, बिहार में होती है पैकिंग शुरूआती जांच में यह बात सामने आयी है कि ताजा कंपनी के चाय का पैकेट दिल्ली से मंगाया जाता है और बिहार में लाकर नकली चाय पैक की जाती है। चाय की पत्ती की क्वालिटी क्या है, यह खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से जांच के लिए भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो सकेगा। बिहार से इस चाय की पत्ती को देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर व आसपास के जिलों में खपाया जाता है। गोरखपुर में साहबगंज बड़ी मंडी है और यहां आसानी से इस तरह के डुप्लीकेट माल खपाए जाते हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग ने जांच के लिए भेजा नमूना खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जांच के लिए चाय की पत्ती का नमूना लैब भेज दिया है। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि चाय की पत्ती का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। गोल्डी मसाला व बादाम का नकली पैकेट खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने इससे पहले गोल्डी मसाला का छोटा डुप्लीकेट पैकेट पकड़ा था। इसके अतिरिक्त एक कंपनी का बादाम का नकली पैकेट भी पकड़ा गया था। चाय की पत्ती के डुप्लीकेट आने की सूचना भी थी। खाद्य सुरक्षा विभाग इसकी तलाश में जुटा था। ऐसे पता चला नकली पैकेट है डुप्लीकेट चाय की पत्ती बेचने वाले ऐसे पैकेट का इस्तेमाल करते हैं कि आसानी से असली-नकली की अंतर पता नहीं चलेगा। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जब पैकेट देखा तो इसपर संदेह हुआ। इसकी फोटो दिल्ली में रहने वाले कंपनी के प्रतिनिधि को भेजी गई। उसके बाद सोमवार को वह गोरखपुर आए और पैकेट देखकर बताया कि यह नकली है। असली पैकेट पर दाम, मात्रा आदि के लिए लेजर प्रिंटिंग की जाती है। जबकि पकड़े गए पैकेट पर इंक (स्याही) से लिखा गया था। जारी रहेगी जांच सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि चाय की पत्ती जब्त कर तिवारीपुर पुलिस को दे दी गई है। कंपनी के प्रतिनिधि की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है। डुप्लीकेट सामान के विरुद्ध जांच जारी रहेगी। चाय की पत्ती के सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।