Today is the last day of Harshvardhan Jain’s remand | हर्षवर्धन जैन के रिमांड का आज आखिरी दिन: फर्जी दूतावास चलाने में पुलिस महाठग के साले और ससुर को भी बनाएगी आरोपी, रिश्तेदारों से पूछताछ – Ghaziabad News


कविनगर में इसी कोठी में 22 जुलाई को 4 देशों का फर्जी दूतावास पकड़ा गया था।

गाजियाबाद में फर्जी दूतावास चलाने वाले महाठग हर्षवर्धन 5 दिन से पुलिस रिमांड पर है। आज रिमांड का पांचवा और आखिरी दिन है। जिससे केंद्रीय एजेंसी, यूपी एसटीएफ व गाजियाबाद पुलिस पूछताछ कर चुकी है। जिसमें सामने आया कि हर्षवर्धन के इस धंधे में उसकी पत्नी औ

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पुलिस आरोपी को कोठी पर ले लाकर भी जांच कर चुकी है।

पुलिस आरोपी को कोठी पर ले लाकर भी जांच कर चुकी है।

पहले दिन से वही कहानी दोहराई जा रही

हर्षवर्धन जैन लंदन से एमबीए और फ्रांस से पीएचडी की डिग्री लिए हुए है। जब भी पुलिस अधिकारी व एसटीएफ या केंद्रीय जांच एजेंसी उससे पूछताछ करती है तो पहले चुप रहता है, फिर आराम से उसका जबाव देता है। सोच समझकर वह बोलता है। जिसमें कहा कि मेरी उम्र 47 साल है, मुझसे जो पूछोगे वही बता दूंगा। जो बातें मैने पहले दिन बताई थी, वही बता रहा हूं।

आगे कहा कि जो अलग अलग देशों के कागजात और मुहरें मिली थीं या दूतावास संबंधी कागजात मिले वह दिल्ली में बनवाए थे। फिर बताया कि दिल्ली में कहां बने तो आगे कहा कि इन्हें विदेश से लाया था। पुलिस और एसटीएफ का कहना है कि लगातार गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। एक ही बात का जबाव कई बार देता है। पहले दिन से वह लगातार एक ही बात बोल रहा है।

आरोपी हर्षवर्धन।

आरोपी हर्षवर्धन।

पत्नी, साला और ससुर भी बनेंगे मुल्जिम

हर्षवर्धन जैन ने बताया कि मेरे घर से जो 44 लाख रुपये भरतीय करेंसी एसटीएफ को मिली थी, वह दिल्ली में मकान खरीदने के लिए रखी थी। मकान किससे खरीदना था फिर बताया कि यह पत्नी के गोल्ड का पैसा है। विदेशी करेंसी के बारे में बताया कि वह आती थी, जो भी विदेश के काम होते थे, मैं भी विदेश जाता था करेंसी वहां से लाया।

हर्षवर्धन जैन ने बताया कि मेरी पत्नी डिंपल वर्मा को पूरे धंधे का पता है, जहां से पैसा आता था, और जाता था, वह सब पत्नी और दूसरे लोगों को पता है। इसमें साले और ससुर को भी जल्द ही पुलिस विवेचना में इनके नाम शामिल कर सकते हैं। जिन्हें नोटिस देकर पूछताछ की जायेगी।

हर्षवर्धन जैन की चारों लग्जरी कारें कविनगर थाने में सीज हैं।

हर्षवर्धन जैन की चारों लग्जरी कारें कविनगर थाने में सीज हैं।

पुलिस आरोपी हर्षवर्धन की पत्नी व सास को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी करेगी। वहीं साले अतुल जैन और ससुर आनंद जैन को दिल्ली के रोहिणी इलाके से हिरासत में लेकर पूछताछ की।

एसटीएफ को पता चला था कि आनंद जैन और उनका बेटा अतुल जैन अवैध दूतावास से संबंधित दस्तावेजों को ठिकाने लगाने की फिराक में थे। दोनों आरोपी दस्तावेजों से भरे 9-10 बैग लेकर रोहिणी दिल्ली स्थित एक सोसाइटी में दस्तावेज पहुंचाए गए। पुलिस व एसटीएफ की जांच में आया कि इन रिश्तेदारों ने सबूतों से छेड़छाड़ की। अब कविनगर पुलिस साल और ससुर को केस में आरोपी बनाने की तैयारी कर रही है।

25 से ज्यादा देश व विदेशों में कंपनी

हर्षवर्धन जैन ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि अलग अलग नामों पर 25 से ज्यादा कंपनियां हैं। इसमें मंत्रालयों में आना जाना था, 2016 से यह चल रहा था। जिसमें अभी तक 21 खातों में मोटी रकम मिली है। गाजियाबाद के एक खाते में ही 8 करोड़ रुपये मिले, पत्नी के भी अलग अलग खाते हैं। मोटा पैसा पत्नी के गोल्ड के कारोबार में लगाया। पत्नी का सारा कारोबार अपने पिता और मायके पक्ष के लोगों के नाम से पाया गया।

22 जुलाई को एसटीएफ ने की थी अरेस्टिंग

एसटीएफ ने 22 जुलाई को कविनगर से हर्षवर्धन को अरेस्ट किया था। घर की एक अलमारी से एजेंसी को 12 विदेशी घड़ी मिली हैं। इनकी कीमत करीब 5 करोड़ रुपए बताई जा रही है। वहीं घर के बाहर 4 लग्जरी कार मिली हैं। इनमें मर्सिडीज, 2 हुंडई की सोनाटा कारें शामिल थीं।

उसके पास से 44 लाख रुपए की भारतीय और विदेशी करेंसी मिलीं। इसमें अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, यूरोपीयन करेंसी शामिल है। हर्षवर्धन ATS और STF को इस करेंसी से संबंधित दस्तावेज नहीं दिखा सका है।

यह एक पार्टी के नेता अनूप सिंह की कोठी है, इसी में हर्षवर्धन जैन फर्जी दूतावास चला रहा था। जिसका एक महीने का किराया 80 हजार रुपये दिया जाता था। हर्षवर्धन जैन के पिता के आवास और इस कोठी के बीच में 100 मीटर की दूरी है। हर्षवर्धन जैन के पिता जेडी जैन उद्योगपति हैं, एजेंसियों को ये भी इनपुट मिले हैं कि वो मिनिस्ट्री ऑफ इनवायरमेंट एंड फॉरेस्ट डिपार्टमेंट से रिटायर्ड अधिकारी हैं।



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