A leopard killed a woman who went to collect fodder | चारा लेने गई महिला को तेंदुए ने मार डाला: पेट खा गया, हाथ भी नोच डाला; पुलिस बोली- तेंदुए का हमला, वन विभाग ने हत्या का बताई – Bijnor News
जहीर अहमद | बिजनौर5 मिनट पहले
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बिजनौर में शनिवार को 35 साल की महिला को तेंदुए ने मार डाला। महिला चारा लेने के लिए घर से करीब 300 मीटर दूर आम के बाग में गई थी। झाड़ियों में घात लगाए बैठे तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। गला जबड़े में दबाकर ले गया और पेट का हिस्सा खा गया। हाथ का मांस भी नोच डाला। जब तक ग्रामीण दौड़े, तब तक महिला की मौत हो चुकी थी।
हमले के बाद महिला का शव खेत में नग्न अवस्था में पड़ा मिला। शरीर की अंतड़ियां बाहर निकली थीं, हाथ का मांस नोचा हुआ था और गला पूरी तरह क्षतिग्रस्त था। शव को देखकर लोग सन्न रह गए। घटना की सूचना पर जब पुलिस और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। पुलिस का कहना है कि महिला की मौत तेंदुए के हमले से हुई है, जबकि वन विभाग इसे हत्या बता रहा है। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।

आम के बाग में अल्का का क्षत विक्षत शव बरामद हुआ। पेट से से मांस गायब था। गले और हाथ को भी तेंदुआ खा गया था।
पढ़िए पूरा मामला
अफजलगढ़ कस्बे के मोहल्ला मंझौली में सुंदर सिंह अपने परिवार के साथ रहते हैं। पत्नी अल्का देवी (35) शनिवार शाम करीब 4 बजे घर से 300 मीटर दूर विजेंदर सिंह के आम के बाग में मवेशियों के लिए चारा लेने गई थी। वह बाग में चारा काट रही थी, तभी झाड़ियों में छिपा तेंदुआ उसपर झपट्टा मारकर कूद पड़ा। तेंदुआ का हमला होते ही अल्का ने शोर मचाया। पर तब तक तेंदुए ने उसका गला जबड़े में दबाकर तोड़ दिया। गले को खा लिया।
इसके बाद पेट में कूल्हे के पास का मांस भी खा गया। हाथ के मांस को भी नोंच लिया। इसके बाद गले से पकड़कर जंगल की ओर ले जाने लगा। तब तक अल्का की चीख सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को आता देख तेंदुआ अल्का के क्षत विक्षत शव को छोड़कर मौके से भाग निकला। ग्रामीणों ने पुलिस और वन विभाग को घटना की सूचना दी।
मूल रूप से शेरकोट के हरेवली गांव की रहने वाली अल्का देवी पिछले 10 साल से अपने पति सुंदर सिंह के साथ अफजलगढ़ के मोहल्ला मंझौली में रह रही थीं। उनके दो बेटे हैं।

पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
दो दिन से गांव में घूम रहा था तेंदुआ
ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुआ दो दिन से मोहल्ले में घूम रहा था। दो दिन पहले उसने एक कुत्ते को मार डाला था। लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी थी, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने कहा—अगर समय रहते पिंजरा लगाया गया होता, तो अल्का की जान बच सकती थी।

अल्का मूलरूप से बिजनौर जिले के शेरकोट की रहने वाली थी।
पुलिस बोली- तेंदुए ने मारा, वन विभाग ने कहा- ये हत्या है
घटना के बाद सीओ अफजलगढ़ राजेश सिंह सोलंकी और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचे। दोनों ही अधिकारियों का मामले को लेकर अलग कहना है। सीओ अफजलगढ़ राजेश सोलंकी का कहना है कि महिला की मौत तेंदुए के हमले में हुई है। जबकि नगीना रेंज के रेंजर प्रदीप शर्मा ने बताया कि महिला का शव नग्न अवस्था में खुले में पड़ा मिला था, जो तेंदुए के हमले की परिस्थिति से मेल नहीं खाता।
प्रदीप शर्मा ने बताया कि तेंदुए आमतौर पर शिकार को झाड़ियों में खींच ले जाकर खाता है, जबकि इस मामले में शव खुले में था और शरीर पर कपड़े नहीं थे। ऐसे में यह हत्या का मामला लग रहा है। उन्होंने कहा कि मौत का कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।

जब तक ग्रामीण आम के बाग में पहुंचे अल्का का शिकार करके तेंदुआ फरार हो चुका था।
सीओ बोले- पोस्टमॉर्टम के बाद होगी आगे की कार्रवाई
सीओ राजेश सोलंकी ने कहा कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों ने मांग की है कि तेंदुआ को जल्द पकड़ा जाए। लोगों में दहशत है। वन विभाग की लापरवाही को लेकर आक्रोश है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन करेंगे।
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हमारी मौत के जिम्मेदार मिस रितु (सौतेली मां) और मिस्टर सुखवीर सिंह (पिता) हैं। मेरे खाते में पड़े पैसे और PF का हकदार महिम (दोस्त) होगा। मेरी चिता को मिस रितु और मिस्टर सुखवीर सिंह हाथ न लगाएं।’
यह IB अधिकारी और उनकी बहन के शव के पास से मिले सुसाइड नोट में लिखा है। 31 जुलाई को अविनाश सिंह और अंजली ने गाजियाबाद के गोविंदपुरम में खुदकुशी कर ली थी। पढ़ें पूरी खबर…