Two day five year review meeting at Indian Sugarcane Research Institute | भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में दो दिवसीय पंचवर्षीय समीक्षा बैठक: 5 साल की उपलब्धियों का आकलन, गन्ना अनुसंधान को नई दिशा देने पर चर्चा – Lucknow News
लखनऊकुछ ही क्षण पहले
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भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में दो दिवसीय पंचवर्षीय समीक्षा समिति (क्यूआरटी) की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2021 से 2025 की अवधि के दौरान संस्थान द्वारा अनुसंधान, प्रसार और प्रशिक्षण के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों की समग्र समीक्षा करना था।
बैठक की अध्यक्षता चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर के पूर्व कुलपति और क्यूआरटी के अध्यक्ष डॉ. एस. सोलोमन ने की। समिति ने संस्थान के उद्देश्यों, चल रहे अनुसंधान परियोजनाओं, आधारभूत संरचना विकास, मानव संसाधन क्षमता और हितधारक सम्पर्क गतिविधियों की समीक्षा की।
संस्थान के निदेशक डॉ. दिनेश सिंह ने क्यूआरटी सदस्यों का स्वागत किया। उन्होंने संस्थान की अनुसंधान उपलब्धियों, नवाचारों और कृषक समुदाय पर उनके प्रभाव का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
अपने उद्घाटन भाषण में, डॉ. सोलोमन ने भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान द्वारा गन्ना अनुसंधान एवं विकास में किए गए उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि संस्थान ने प्रशंसनीय कार्य किया है और कई ऐतिहासिक प्रौद्योगिकियां विकसित की हैं, जिन्होंने गन्ना कृषि और संबंधित उद्योगों को आगे बढ़ाया है।
डॉ. सोलोमन ने संस्थान को भविष्य की दिशा में सोचने का मार्गदर्शन भी दिया। उन्होंने कहा कि आईएसआरआई की उपस्थिति देश के हर चीनी मिल में दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने प्रस्ताव दिया कि संस्थान का प्रतीक चिन्ह गन्ना उत्पादन का पर्याय बन जाए, जिसकी शुरुआत कम से कम 10 प्रतिशत किसानों द्वारा तकनीक अपनाने से हो।
क्यूआरटी ने संस्थान के राष्ट्रीय कृषि विकास में योगदान की सराहना की। समिति ने भविष्य के अनुसंधान को जलवायु अनुकूलता, जैव संसाधनों के उपयोग, ड्रोन तकनीक, नैनो खाद तथा डिजिटल कृषि जैसे क्षेत्रों में और अधिक सुदृढ़ करने के सुझाव दिए।
बैठक के समापन पर समिति ने संस्थान के प्रायोगिक खेतों और प्रदर्शन इकाइयों का भ्रमण किया। वैज्ञानिकों और तकनीकी कर्मियों से संवाद कर अनुसंधान कार्यक्रमों की प्रभावशीलता एवं प्रौद्योगिकी अंगीकरण की जानकारी प्राप्त की।