Chitrakoot district hospital has become a ‘referral center’, not even basic treatment | चित्रकूट जिला अस्पताल बन ‘रेफर सेंटर’, बुनियादी इलाज तक नहीं: विधायक अनिल प्रधान बोले—फ्रैक्चर से लेकर प्रसव तक हर मरीज को भेजा जा रहा बाहर – Chitrakoot News
जितेन्द्र कुमार | चित्रकूट2 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

यूपी विधानसभा के बजट सत्र के पहले सोमवार को चित्रकूट के हालात सदन में बड़ा मुद्दा बन गए। विधायक अनिल प्रधान ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए कहा- पूरा जिला अस्पताल अब सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गया है। सड़क हादसा, फ्रैक्चर, प्रसव- यहां तक कि मामूली बीमारी में भी मरीज बाहर भेज दिए जाते हैं।
विधायक ने बताया कि संयुक्त जिला अस्पताल और महिला व शिशु अस्पताल—दोनों में डॉक्टर, स्टाफ और उपकरणों की भारी कमी है। हाल ही में सीएचसी मऊ में प्रसव के बाद गीता देवी नाम की महिला की मौत हो गई, क्योंकि ऑपरेशन थिएटर चालू नहीं था।
उन्होंने सवाल उठाया- कब तक जिला अस्पताल रेफर सेंटर रहेगा, परफेक्ट ट्रीटमेंट सेंटर कब बनेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने जवाब में कहा कि मेडिकल कॉलेज के लिए 20 एकड़ जमीन पांच साल पहले दी जा चुकी है, लेकिन निर्माण की स्वीकृति अभी बाकी है।
विधायक ने हेपेटाइटिस और कैंसर स्क्रीनिंग अभियान की सटीकता, बाढ़ से हुए नुकसान, किसानों की बर्बादी, टूटी पुलियों और गड्ढायुक्त सड़कों के मुद्दे भी उठाए। उन्होंने अंबेडकर पार्क और मूर्ति स्थापना के लिए नगर पालिका की जमीन पर स्वीकृति देने की मांग की।
सदन में इस दौरान कई बार नोकझोंक हुई और स्वास्थ्य मंत्री समेत विभागीय अधिकारियों को जवाब देना पड़ा।