Controversial statement given by wearing Palestine flag | फिलीस्तीन का झंडा पहनकर दिया विवादित बयान: एएमयू में कहा, यूनिवर्सिटी में नहीं चलेंगे सरकार के नियम; इंतजामिया बोला-कराई जाएगी जांच – Aligarh News



छात्र फिलीस्तीन के झंडे का पटका पहनकर बयानबाजी कर रहा था। जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्र संघ चुनावों को लेकर छात्रों का आमरण अनशन लगातार जारी है। इसी बीच एक छात्र नेता के बयान ने खलबली मचा दी है। फिलीस्तीन का झंडा गले में डालकर आए छात्र ने बाब-ए-सैयद गेट पर जमकर विवादित बयान दिए।

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छात्र ने कहा कि यूनिवर्सिटी का बाब-ए-सैयद गेट कब बंद होगा और कब खोला जाएगा। यह बात हम तय करेंगे। यूनिवर्सिटी के छात्र तय करेंगे कि गेट को कब खोलना है। यूपी सरकार यह नहीं तय करेगी। छात्र के बयान देने के बाद यह मामला जमकर चर्चा में है और सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।

पुलिस अधिकारियों को गेस्ट बनाने का विरोध

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर चल रहे धरने को सोमवार को पीएचडी स्कॉलरों ने भी समर्थन दिया। शोधार्थी तलहा मन्नान ने यहां छात्रों को संबोधित किया और जमकर विवादित बयान दिए। उसने कहा कि बीते दिनों कैंपस के अंदर हुए कार्यक्रमों में पुलिस अधिकारियों को अतिथि बनाकर बुलाया गया है।

छात्र तलहा का कहना था कि यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर किसी पुलिस अधिकारी को चीफ गेस्ट या गेस्ट आफ ऑनर बनाए जाने का क्या मतलब है। सीआरपीएफ के जवानों को यहां बुलाने से क्या होगा। वह पूरी तरह से नार्मल हो जाएंगे और जब चाहेंगे यहां आना जाना करते रहेंगे। जिसके कारण छात्रों को परेशानी होती है।

यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को बताया जिम्मेदार

छात्रों को संबोधित करते हुए तलहा ने कहा कि कैंपस में पुलिस अधिकारियों को गेस्ट बनाने का नतीजा है कि यहां पर 15 दिसंबर की घटना हुई। बीते 8 अगस्त को भी यही चीज दोहराई गई। प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ हाथापाई की गई और पुलिस के जवान कैंपस के अंदर आ गए।

तलहा ने कहा कि यह परंपरा पुराने वीसी प्रो. तरीक मंसूर ने शुरू की थी। जिसके बाद प्रोफेसर गुलरेज और वर्तमान वीसी प्रोफेसर नाइमा खातून भी इसे बनाए हुए हैं। यह तीनों ही इस बात के जिम्मेदार हैं और छात्रों के साथ होने वाली घटना के भी जिम्मेदार हैं।

प्रॉक्टर बोले, कराई जाएगी जांच

शोध छात्र की बयानबाजी और फिलीस्तीन का झंडा पहनने के वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला इंतजामिया तक पहुंचा। जिसके बाद प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।



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