UGC gave ranking to universities doing Ganga research | UGC ने गंगा शोध करने वाले विश्वविद्यालयों को दी रैंकिंग: BHU का देश की टॉप 10 यूनिवर्सिटीज में स्थान,9600 थीसिस किया गया अपलोड – Varanasi News
देशभर के शोधार्थियों के लिए ऑनलाइन शोध सामग्री उपलब्ध कराने वाले शोध गंगा पोर्टल पर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के इस विशेष प्लेटफॉर्म पर बीएचयू ने 9600 थीसिस अपलोड कराकर देश की टॉप
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देशभर में हुआ 6.20 लाख शोध
शोध गंगा पोर्टल पर फिलहाल देशभर के 840 उच्च शिक्षण संस्थानों से लगभग 6.20 लाख थीसिस अपलोड की जा चुकी हैं। इसमें दक्षिण भारत की यूनिवर्सिटीज का दबदबा साफ नजर आता है, लेकिन उत्तर प्रदेश की तीन बड़ी यूनिवर्सिटीज़ ने भी अपनी खास पहचान बनाई है। इनमें अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (10709 थीसिस, सातवां स्थान), छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर (10279 थीसिस, आठवां स्थान) और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (9600 थीसिस, दसवां स्थान) शामिल हैं।
BHU ने जमा किया 9600 थीसिस
बीएचयू की ओर से अपलोड की गई 9600 थीसिस शोध और अकादमिक उत्कृष्टता का प्रमाण हैं। इन शोधों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, कृषि, साहित्य, समाजशास्त्र और दर्शन जैसे विविध विषय शामिल हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि डिजिटल माध्यम से उपलब्ध कराए जा रहे इन शोधों से देशभर के विद्यार्थी और शोधार्थी लाभान्वित हो रहे हैं।

गंगा पर काम करने वाले विश्वविद्यालयों की जारी हुई है रैंकिंग।
शोधार्थियों को होगी मदद
विशेषज्ञों का मानना है कि बीएचयू का शोध गंगा पर यह योगदान न सिर्फ विश्वविद्यालय की अकादमिक क्षमता को उजागर करता है, बल्कि पूर्वांचल और पूरे उत्तर भारत के लिए शोध और नवाचार का मजबूत आधार भी तैयार करता है। इससे शोध की गुणवत्ता और पारदर्शिता बनी रहती है, साथ ही नकल की प्रवृत्ति पर भी अंकुश लगता है।
गंगा वैज्ञानिक ने कहा- 1972 से अब तक में मौजूद प्रधानमंत्री का कार्य रहा अच्छा
गंगा वैज्ञानिक बीडी त्रिपाठी ने कहा- हम 1972 से कम कर रहे हैं और हमारे सामने बहुत से प्रधानमंत्री का कार्यकाल गुजारा है। उन्होंने कहा कि हमने इंदिरा जी के साथ भी काम किया और मोदी जी के साथ भी काम किया है। मेरा अनुभव है कि जब 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी आए और कहा मुझे मां गंगा ने बुलाया है तो इससे पहले उन्होंने इस पर वर्क भी किया था उन्होंने आते ही सबसे पहले गंगा मंत्रालय बनाया नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा बना दिया गया।

उन्होंने कहा कि उसके माध्यम से जो धन का अभाव था और यह पहली बार हुआ जब केंद्र सरकार ने कहा कि गंगा प्रदूषण नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार 100 प्रतिशत फंड जनरेट करेगी, मैं एक वैज्ञानिक के तौर पर कह रहा हूं कि जब से वर्तमान प्रधानमंत्री आए हैं तब से गंगा काफी ज्यादा साफ हुई है। उन्होंने कहा जमीन स्तर पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करनी होगी तभी गंगा की शुद्धता और अविरलता बनी रहेगी नहीं तो मौजूदा समय में गंगा की गहराई और चौड़ाई में कभी देखी गई है।
यूपी के कुछ यूनिवर्सिटी की रैंकिंग
बीएचयू के अलावा उत्तर प्रदेश की अन्य यूनिवर्सिटीज़ ने भी उल्लेखनीय काम किया है। लखनऊ विश्वविद्यालय से 8683, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से 3645 और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी से 2335 थीसिस अपलोड की जा चुकी हैं।यूजीसी लगातार देशभर के विश्वविद्यालयों को अपने शोध कार्य इस पोर्टल पर अपलोड करने के लिए प्रेरित कर रहा है, ताकि शोध की व्यापकता और उपलब्धता को बढ़ावा मिल सके।
चेन्नई की रैंकिंग रही प्रथम
अगर देश की टॉप यूनिवर्सिटीज़ की बात करें तो अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई 17028 थीसिस के साथ पहले स्थान पर है। इसके बाद मद्रास यूनिवर्सिटी (15396) और कलकत्ता यूनिवर्सिटी (14837) का स्थान आता है। वहीं पुणे, मुंबई और आंध्र यूनिवर्सिटी ने भी शोध गंगा पर बड़ी संख्या में थीसिस अपलोड की हैं।
